प्रत्यंचामंदसौरमध्य प्रदेश

विश्‍व स्‍तनपान सप्‍ताह के अंतर्गत कार्याशाला का हुआ आयोजन

चंदन गौड़

मन्दसौर | विश्‍व स्‍तनपान सप्‍ताह के अंतर्गत जिला अस्‍पताल महिला ओपीडी में कार्याशाला का आयोजन किया गया। कार्याशाला के दौरान जिला पंचायत अध्‍यक्षा श्रीम‍ती प्रियंका मुकेश गिरी गोस्‍वामी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के. एल. राठौर, गर्भवती महिलाएं एव स्‍टाफ उपस्थित थे।
    जिला पंचायत अध्‍यक्षा श्रीम‍ती प्रियंका मुकेश गिरी गोस्‍वामी द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं को जनाकारी देते हुए बताया कि मां का दूध बच्चे के लिए संपूर्ण आहार है जिससे बच्चे का संपूर्ण विकास होता है बच्चे कुपोषित नहीं होते शिशुओं को जन्म के पश्चात 6 माह तक केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए।
    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के एल राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदसौर जिले में 33 डिलीवरी सेंटर है। जहां पर सुरक्षित प्रसव कराए जाते हैं तथा उन्हें परामर्श दिया जाता है स्तनपान के संबंध में संस्था आधारित नवजात शिशु की देखभाल अस्पताल में की जाती है। इसी प्रकार से ग्रामीण क्षेत्र में गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भेंट के दौरान की जाती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रमिला राठौर ने स्तनपान सप्ताह पर जानकारी उपलब्ध कराई नवजात शिशु में रोग प्रतिरोधक शक्ति नहीं होती है , मां के दूध से यह शक्ति शिशु को प्राप्त होती है। इसलिए शिशु को 1 घंटे के अंदर मां का दूध पिलाना अनिवार्य है। शिशु के लिए अमृत समान है मां का दूध।  डॉ अनिल कुमार पामेचा शिशु रोग विशेषज्ञ ने स्तनपान की तकनीक की विधियां बताई गई। यह बच्चों और माताओं दोनों को स्वस्थ रखती हैं। मां का दूध ही बच्चे के लिए सर्वोत्तम अहार  है।  शिशु का पहला टीका मां का दूध है , जन्म के 1 घंटे के अंदर मां का दूध शुरू कर देना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ एम एल कश्यप जिला मीडिया अधिकारी तथा आभार प्रदर्शन डॉ सिद्धार्थ पाटीदार जिला स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा किया गया।     

Tags

Related Articles

Back to top button
Close
%d bloggers like this: