कारगिल की चोटियों पे
दुश्मनो को हमने झुकाया है,
हिन्द के वीरों ने अपने लहू से
तिरंगे को फहराया है – भारतीय सेना

अनुभव अवस्थी
"आओ नमन करें उनको जिनके हिस्से में ये मुकाम आया,
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) July 26, 2021
खुशनसीब है वो वीर जो देश के काम आया"#KargilVijayDiwas के मौके पर आइए साथ मिलकर हमारे वीरों के बलिदान को याद करें और उन्हें नमन करें #OperationVijay #कारगिल_विजय_दिवस pic.twitter.com/g8Reh44SEF
कारगिल युद्ध, जिसे ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है।पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। पाकिस्तान ने दावा किया कि लड़ने वाले सभी कश्मीरी उग्रवादी हैं, लेकिन युद्ध में बरामद हुए दस्तावेज़ों और पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से साबित हुआ कि पाकिस्तान की सेना प्रत्यक्ष रूप में इस युद्ध में शामिल थी। लगभग 30,000 भारतीय सैनिक और करीब 5000 घुसपैठिए इस युद्ध में शामिल थे। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापिस जाने को मजबूर किया।

इस युद्ध की शुरूआत 3 मई 1999 को ही कर दी थी जब उसने कारगिल की ऊँची पहाडि़यों पर 5,000 सैनिकों के साथ घुसपैठ कर कब्जा जमा लिया था। इस बात की जानकारी जब भारत सरकार को मिली तो सेना ने पाक सैनिकों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन विजय चलाया। 26 जुलाई 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। इस दिन को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। करीब दो महीने तक चला कारगिल युद्ध भारतीय सेना के साहस और जांबाजी का ऐसा उदाहरण है जिस पर हर देशवासी को गर्व होना चाहिए। करीब 18 हजार फीट की ऊँचाई पर कारगिल में लड़ी गई इस जंग में देश ने लगभग 527 से ज्यादा वीर योद्धाओं को खोया था वहीं 1300 से ज्यादा घायल हुए थे। युद्ध में 2700 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 250 पाकिस्तानी सैनिक जंग छोड़ के भाग गए।
कारगिल की चोटियों पे
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) July 26, 2021
दुश्मनो को हमने झुकाया है
हिन्द के वीरों ने अपने लहू से
तिरंगे को फहराया है
-तमन्ना बी कुकरेती#KargilVijayDiwas#IndianArmy#MondayMotivation pic.twitter.com/9snRb0opVu
घटनाक्रम
3 मई 1999 : एक चरवाहे ने भारतीय सेना को कारगिल में पाकिस्तान सेना के घुसपैठ कर कब्जा जमा लेने की सूचना दी।
5 मई : भारतीय सेना की पेट्रोलिंग टीम जानकारी लेने कारगिल पहुँची तो पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया और उनमें से 5 की हत्या कर दी।
9 मई : पाकिस्तानियों की गोलाबारी से भारतीय सेना का कारगिल में मौजूद गोला बारूद का स्टोर नष्ट हो गया।
10 मई : पहली बार लदाख का प्रवेश द्वार यानी द्रास, काकसार और मुश्कोह सेक्टर में पाकिस्तानी घुसपैठियों को देखा गया।
26 मई : भारतीय वायुसेना को कार्यवाही के लिए आदेश दिया गया।
27 मई : कार्यवाही में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का भी इस्तेमाल किया।
26 जुलाई : कारगिल युद्ध आधिकारिक तौर पर समाप्त हो गया । भारतीय सेना ने पाकिस्तानी घुसपैठियों के पूर्ण निष्कासन की घोषणा की।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कारगिल विजय दिवस पर हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में शहीद हुए सभी वीर योद्धाओं को अपनी श्रद्धांजलि दी है।
एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा;
“हम उनके बलिदानों को याद करते हैं।
हम उनके पराक्रम को याद करते हैं।
आज, कारगिल विजय दिवस पर हम उन सभी को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने हमारे देश की रक्षा करते हुए कारगिल में अपने प्राणों की आहूति दी। उनकी बहादुरी हमें हर दिन प्रेरणा देती है।
पिछले वर्ष के ‘मन की बात’ का एक अंश भी साझा कर रहा हूं।”
#OperationVijay#22yearsofKargil
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) July 26, 2021
“26 July” #KargilVijayDiwas epitomises the Saga of Valour of our soldiers during #KargilWar. The gallant soldiers of #IndianArmy triumphed over Pakistani Invaders with undaunted courage & determination.#IndianArmy#StrongAndCapable pic.twitter.com/ihD91D6EZO