बंगाल परिवर्तन की लहर या सत्ता बचाने का डर।

अनुभव अवस्थी
पं बंगाल में दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने आज बुधवार को विपक्षी दलों के नेताओं को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी के जरिए ममता ने लोकतंत्र बचाने के लिए विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की है। पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं सोनिया गांधी, शरद पवार, एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि मेरा दृढ़ता से मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट होने और प्रभावी रूप से संघर्ष का समय आ गया है।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि ममता दीदी को विपक्षी दलों के नेताओं को एकजुट करने के लिए लिखना पड़ा खत।
ममता बनर्जी ने लिखा है कि गैर भाजपा दलों द्वारा शासित राज्यों में राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग करके विधिवत निर्वाचित निर्वाचकों के लिए समस्याएं पैदा की जा रही हैं। संसद में दिल्ली के लिए एनसीटी विधेयक को पास करना विकास में अड़चन डालना है। भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सभी शक्तियों को छीन लिया है।
ममता बनर्जी ने पत्र में कहा है, ‘जिस प्रकार बीजेपी ने NCT (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक 2021) को पास करने की कोशिश की है इसके खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। ममता ने आरोप लगाया कि बीजेपी एक अथॉरिटेरियन पार्टी है। हर राज्य की आवाज और जो आवाज उससे सामंजस्य ना रखे उसे दबा देना चाहती है। ममता ने आगे कहा कि गैर बीजेपी शासित राज्यों में केन्द्र राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग कर चुनी हुई सरकारों के लिए दिक्कतें पैदा कर रही है। ऐसे में सभी का एकजुट होना जरूरी है।
सिंगूर की एक जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि हम हर दिन चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन वे हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। वे केवल वही सुन रहे हैं जो बीजेपी कह रही है। मैंने ऐसा असहाय चुनाव आयोग नहीं देखा। चुनाव आयोग को बंगाल में केवल बीजेपी के ‘इनपुट’ पर काम नहीं करना चाहिए।
ममता बनर्जी ने पत्र में सभी विपक्षी दलों से लोकतंत्र बचाने की अपील की है। ममता ने देश के 5 मुख्यमंत्रियों समेत कई नेताओं को यह पत्र लिखा है। इसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के अलावा केएस रेड्डी, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और श्री दीपांकर भट्टाचार्य को भी पत्र लिखा है।
Mamata Banerjee writes to leaders incl Sonia Gandhi, Sharad Pawar, MK Stalin, Tejashwi Yadav, Uddhav Thackeray, Arvind Kejriwal, Naveen Patnaik stating, "I strongly believe that the time has come for a united & effective struggle against BJP's attacks on democracy & Constitution" pic.twitter.com/OLp7tDm9pU
— ANI (@ANI) March 31, 2021