अमेरिकी फॉर्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वाली वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली

अनुभव अवस्थी सब एडिटर

कोरोना वायरस के खिलाफ महत्वपूर्ण जंग में भारत को एक और बड़ा मील का पत्थर पार कर लिया गया है। अमेरिकी फॉर्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज वाली वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। जॉनसन एंड जॉनसन ने शुक्रवार को ही सिंगल डोज वाली अपनी वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मांगी थी। इस तरह से यह भारत में उपलब्ध चौथी वैक्सीन हो गई है। खास बात यह है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन सिंगल डोज वाली पहली वैक्सीन है, जिसका उपयोग भारत में किया जाएगा।

अभी तक, भारत में फिलहाल कोवैक्सिन, कोविशील्ड और रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी की मदद से बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान वृहद स्तर पर चलाया जा रहा है। इस सिंगल डोज वैक्सीन की मंजूरी मिलने से अब दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में एक और वैक्सीन जुड़ गई है। को-वैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक-वी, ये तीनों डबल डोज वाली वैक्सीन है। इनकी मदद से अब तक देश में 130 करोड़ करीब जनसंख्या वाले देश में 50 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। जो कि एक बड़ी उपलब्धि है।

कंपनी ने इससे पहले सोमवार को कहा था कि वह भारत में अपनी एकल खुराक वाली कोविड-19 वैक्सीन लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस संबंध में भारत सरकार के साथ चल रही चर्चा को लेकर आशान्वित है। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘जॉनसन एंड जॉनसन प्राइवेट लिमिटेड ने पांच अगस्त 2021 को भारत सरकार के पास अपनी एकल खुराक वाली कोविड-19 वैक्सीन के ईयूए के लिए आवेदन किया।’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर जानकारी दी कि जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज़ वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी गई। #COVID19 pic.twitter.com/8bf3Mq1ShM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2021
बयान में कहा गया कि यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के साथ कंपनी के गठजोड़ से भारत के लोगों और बाकी दुनिया को कोविड-19 वैक्सीन की एकल-खुराक का विकल्प देता है। बयान में कहा गया, ”बायोलॉजिकल ई हमारे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा, जो हमारी जॉनसन एंड जॉनसन कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति में मदद करेगा।”आपको बता दें कि भारत जैसे सघन आबादी वाले देश में सिंगल डोज वाली वैक्सीन से कम समय में अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करने की राह आसान होगी।