दो मंत्र और दो आहुति बदल सकती है जीवन की दिशा और दशा : सुमित मालवीय

- 58वीं जयंती पर संजीव नगर में 35 पात्रों में हुआ सामूहिक अग्निहोत्र
भारत भूषण भोपाल ब्यूरो
भोपाल। जब से सृष्टि की रचना हुई है तभी से जीवन को सरल और सफल बनाने की वैदिक विधि का भी प्रादुर्भाव हो चुका है। वेद विधान से जीवन जीने की प्रणाली ही सार्थक और सर्वकल्याणकारी सिद्ध हुई है। इसके बावजूद आज आधुनिक जीवन की आपाधापी में मानव अपने ही कल्याण की दिशा से भटक गया है। हालांकि वेद की ऋचाओं में आज भी प्राणिमात्र के कल्याण के सूत्र विद्यमान हैं, किंतु मशीनी युग में हम उन सूत्रों को भुला बैठे हैं। ये उद्गार 22 फरवरी को नित्य अग्निहोत्र की 58वी जयंती के अवसर पर माधव आश्रम बैरागढ़ की संचालिका परम सम्मानीय नलिनी दीदी के दिशा निर्देशानुसार राजधानी में जेल रोड स्थित संजीव नगर स्थित शिवमंदिर परिसर में आयोजित सामूहिक अग्निहोत्र कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ आचरणकर्ता एवं प्रचारक सुमित मालवीय ने व्यक्त किये। उन्होंने सैकड़ों श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गौवंश के कंडों की अग्नि में दो बूंद गाय का शुद्ध घी और दो चुटकी चावल से दो वेदमंत्रों के साथ दी गई मात्र दो आहुतियों से हमारे जीवन की दिशा और दशा दोनों ही बदल सकती हैं। उन्होंने कहा कि चाहे भोपाल का गैस कांड हो या वर्तमान में चल रहा कोरोना संक्रमण काल नित्य अग्निहोत्र आचरण करने वाले इन दोनों ही संकटों में सुरक्षित रहे। उन्होंने नित्य अग्निहोत्र के सरल नियमों से अवगत कराया और कहा कि सूर्यास्त और सूर्योदय के संधिकाल में किया गया सर्वदाता अग्निहोत्र हमारे जीवन में हर वह सुख और सफलता दे सकता है, जिसके हम वास्तविक अधिकारी हैं। पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त रखते हुए अग्निहोत्र हमारे जीवन में स्थायी खुशहाली ला सकता है। इस अवसर पर संजीवनगर कालोनी के अध्यक्ष लखविन्दर सिंह सहित अन्य रहवासियों ने 35 पात्रों में सामूहिक अग्निहोत्र किया । इससे पहले शाम 4.30 से 5.30 बजे तक एक घंटे का महामृत्युंजय यज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने आहुति देकर पुण्यलाभ लिया। अग्निहोत्र जयंती कार्यक्रम को वरिष्ठ प्रचारक जीपी मालवीय, बदनसिंह राजपूत, मदन बिड़वई, हरभजन मीना, सूरजसिंह मारण(लंकेश), आरपी खरे तथा भैयालाल मारण ने भी संबोधित किया। अंत में कालोनी अध्यक्ष लखविन्दर सिंह ने आयोजन की सराहना करते हुए कहाकि नित्य अग्निहोत्र का आचरण वास्तव में हमारे जीवन में सार्थक परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह स्वयं कालोनी के लोगों को समझाइश देंगे और अधिक से अधिक रहवासियों को अग्निहोत्र जीवनशैली से जोड़ने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर ओमकार सिंह, मुकेश नागर, अमित श्रीवास्तव, वीरेन्द्र सक्सेना, बालमुकुन्द नागर, संध्या तोलंबिया, संगीता बिड़वई, कैलाशी मीना, सुहानी मीना, अनिल नागर, राजकिशोर पाठक, उमेदसिंह नागर, प्रभुदयाल यादव, प्रियांशु, विजयकुमार चौधरी, भूरा सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं सामूहिक अग्निहोत्र में भाग लिया।