वेब सीरीज से परोसी जा रही सामग्री पर रोक लगेगी
विधायक सिसौदिया की मांग पर विधानसभा में पारित हुआ संकल्प
चंदन गौड़
मंदसौर। कोरोना संक्रमण के कारण जहां एक ओर सभी सिनेमा घर बंद थे, स्कूल, कॉलेज बंद थे, बच्चों को ऑनलाईन माध्यम से अध्ययन करना पड़ रहा है। ऐसे में फिल्म के निर्माता, निर्देशकों ने वेब सीरीज के माध्यम से मनचाहा प्रसारण शुरू कर दिया, जिस पर सेंसर बोर्ड या अन्य किसी भी बोर्ड की रोक-टोक नही रही। जिसके कारण युवा पीढ़ी पर दुष्प्रभाव पढ़ने लगा और इसको लेकर माता-पिता की चिंताऐ बढ़ रही है । इसीलिये वेब सीरीज पर नियंत्रण आवश्यक है। इन्हें बनाने वाले निर्माता-निर्देशकों के विरुध्द प्रकरण दर्ज करने का अधिकार प्रदेश सरकार को मिलना चाहिए।
इस आशय का संकल्प सर्वानुमति से मध्यप्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को पारित हो गया। इस महत्वपूर्ण मुद्दे को मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने सदन के समक्ष रखा, जिसमें उन्होने कहा कि वेब सीरीज के दृश्य, कमेन्ट्स बेरोक-टोक सोशल मिडिया के माध्यम से परोसे जा रहे है, वे आपत्तिजनक है। युवा पीढ़ी का भविष्य खराब हो रहा है। क्योंकि सेंसर बोर्ड का इन वेब सीरीजों पर कोई प्रतिबंध नही है और लॉक डाउन के दौरान स्कूल, कॉलेज बंद होने से माता-पिता की मजबुरी थी, बच्चों को पढ़ाई के लिए मोबाईल देना, लेकिन बच्चों ने पढ़ाई के साथ-साथ वेब सीरीज के दृश्यों में जिस प्रकार से लूट, आतंकवाद, दुष्कर्म, डकैती को दिखाया जाता है, जिसके कारण चिंता स्वाभाविक है।
विधायक सिसौदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी वेब सिरीज को लेकर चिंता व्यक्त की है । वेब सिरीज से हमारी युवा पीढ़ी को बचाना होगा ।
विधायक सिसौदिया की बात से सहमत होकर पूरे सदन ने सर्वानुमति से संकल्प पारित किया और केन्द्र सरकार से अनुरोध किया की सेंसर बोर्ड या अन्य बोर्ड से पास वेब सिरीज के प्रसारण पर रोक लगाने एवं बिना सेंसर बोर्ड के पास किये प्रदर्शित की जा रही वेब सिरीजों के निर्माता एवं निर्देशों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कराने का अधिकार प्रदेश सरकार को दिया जाए।