उत्तर प्रदेश बोर्ड ने भी बच्चों के स्वास्थय को ध्यान में रखते हुए 12वीं परीक्षा रद्द करने का फैसला किया

12वीं कक्षा के लिए 10वीं और 11वीं के अंक के औसत का अंकन अंकपत्र में होगा। अगर 11वीं की परीक्षा नहीं दी होगी तो जो 12वीं में जो प्री बोर्ड हुआ है उसे जोड़कर अंकन होगा। 11वीं के अंक नहीं हैं तो 10वीं और प्री बोर्ड का अंक फिर जुड़ेगा: डिप्टी CM https://t.co/Vl9M9XpQ2R pic.twitter.com/ZtQ3ziL0SJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि कोविड महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह बात एक ट्वीट के माध्यम कही है। कोविड-19 महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा सीबीएसई के 12वीं की परीक्षा रद्द करने के बाद अब उत्तर प्रदेश बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के जरिए पास किया जाएगा। उत्तर प्रदेश बोर्ड पहले ही 10वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर चुका है। कोरोनावायरस संक्रमण के कारण मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद से राज्यों के बोर्ड पर 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने का विचार करना पड़ा। गुरुवार को सूबे की सरकार ने 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ से बातचीत के बाद 12वीं कक्षा की परीक्षा को निरस्त करने की घोषणा की है। इस साल उत्तर प्रदेश बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 26 लाख 10 हजार 316 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए हैं। अब इन सभी विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन पद्धति के जरिए पास किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश बोर्ड से पहले हरियाणा बोर्ड, गुजरात बोर्ड, मध्यप्रदेश बोर्ड और उत्तराखंड बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को न कराने का ऐलान कर चुके हैं। इन सभी राज्यों में विद्यार्थियों को इस साल आंतरिक मूल्यांकन पद्धति के जरिए पास किया जाएगा। वही आईसीएसआई बोर्ड भी बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर चुका है।
दोनो नहीं है तो सामान्य प्रमोशन की बात करेंगे। अगर विद्यार्थी अपने अंक बढ़ाना चाहता है तो उसके पास विकल्प होगा कि एक, दो, तीन या सभी में परीक्षा देकर अपना अंक बढ़वा सकता है। ये विशेष छूट हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को होगी: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2021