गौरवगाथा को याद कर गरिमामयी वातावरण मे आदिवासी जननायक भगवान बिसरा मुंडा का जन्मोत्सव मनाया गया

चंदन गौड़
गरोठ – नगर की अग्रणी शैक्षणिक संस्था सरस्वती शिशु मंदिर गरोठ में भारत माता के सपूतआदिवासी जननायक भगवान बिसरा मुंडा जी का जन्मोत्सव गौरव गाथा को याद कर गरिमामय वातावरण में मनाया गया !
विद्यालय के प्रचार प्रसार प्रमुख मनोज जोशी ने बताया कि सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व छात्र रविंद्र कुमार मालवीय(एस. आई. पिपलोदा ), विशिष्ट अतिथि डॉ सुमंत कुशवाहा( राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तहसील कार्यवाहक)तथा विशेष अतिथि विद्यालय प्राचार्य प्रेम सिंह झाला तथा प्रधानाचार्य रामेश्वर परमार के द्वारा मां सरस्वती, मां भारती, प्रणव अक्षर ओम तथा भारत माता के सपूत क्रांतिकारी आदिवासी जननायकभगवान बिसरा मुंडा जी का पूजन कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया !
आज के इस अवसर पर विद्यालय के भैया बहनों ने भगवान बिसरा मुंडा जी के प्रेरणादायक जीवन की मुख्य घटनाओं तथा स्मृतियों को साझा किया ! आज के इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रविंद्र कुमार मालवीय ने बताया कि आदिवासी जननायक भगवान बिसरा मुंडा प्रकृति के उपासक थे उन्होंने आदिवासियों के लिए जल जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ी और आदिवासियों के हक के लिए संघर्ष किया! भगवान बिरसा मुंडा जी का आदर्श पूर्ण जीवन संघर्ष शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है! उन्होंने निस्वार्थ भाव से आदिवासी समाज के सशक्तिकरण के लिए काम कर समाज को एक नई दिशा दिखाई और अपनी क्रांतिकारी सोच से अंग्रेजों के विरुद्ध मोर्चा भी संभाला !
विशिष्ट अतिथि डॉ सुमंत कुशवाहा ने प्रेरणादायक जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भगवान बिरसा मुंडा भारतीय इतिहास में एक ऐसे नायक थे जिन्होंने अपने क्रांतिकारी चिंतन से आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया! भगवान बिसरा मुंडा ने अंग्रेज शासन काल की आदिवासियों का धर्मांतरण कर शासन करने की योजना को विफल कर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को सांसत में डाल दिया था ! भगवान बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के तात्कालिक युग के एकलव्य थे!
प्राचार्य प्रेम सिंह झाला द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के आदर्श पूर्ण जीवन से प्रेरणा लेकर उनके जीवन के लक्ष्य को पूर्ण करने का आह्वान किया गया !
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्य राहुल धनोतिया द्वारा किया गया! अतिथि परिचय विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य संतोष कुमार प्रजापति द्वारा कराया गया! अमृत वचन का वाचन नेहा प्रधान दीदी द्वारा किया गया! व्यक्तिगत गीत आचार्य मनोज जोशी द्वारा प्रस्तुत किया गया! आगंतुक अतिथियों का स्वागत विद्यालय के पूर्व छात्र आचार्य दुर्गेश पाटीदार तथा वीरेंद्र पाटीदार के के द्वारा किया गया !