दुश्मन देशों के हरकतों पर नजर रख कर देगा उन्ही की भाषा में जबाब

अनुभव अवस्थी सब एडिटर
भारतीय सेना ने आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और ठोस कदम उठाया है। अब सेना ने स्वदेशी तेजस विमान को पाकिस्तान से लगी सीमा पर निगरानी के लिए तैनात किया है। तेजस पाकिस्तान की हरकत पर नजर रखेगा। जहां पाकिस्तान पर चीन से मिले अत्याधुनिक फाइटर जेट्स हैं,पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत ने कई बड़े कदम उठाए हैं । हाल ही में 100 से ज्यादा सैन्य उपकरणों के आयात पर हमने रोक लगा दी है । इनमें मिसाइलों से लेकर हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर, असॉल्ट राइफल से लेकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सभी मेक इन इंडिया के तहत बनाए जा रहे हैं । तेजस लड़ाकू विमान अपनी तेजी और ताकत दिखाने के लिए आधुनिक जरूरतों के हिसाब से देश में ही तैयार हो रहा है । तेजस ध्वनि की रफ्तार से भी तेज उड़ने वाला लड़ाकू विमान है इसका वजन करीब साढ़े 6 हजार किलो है । ये साढ़े तीन टन विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है । तेजस हवा में और हवा से सतह में मिसाइलें फायर कर सकता है । इससे एंटी शिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लॉन्च किए जा सकते हैं । दिन हो या रात ये किसी भी समय उड़ान भर सकता है । तेजस में एक खास तकनीक मौजूद है यानी इस विमान में हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है ।
स्वदेशी फाइटर एयरक्राफ्ट प्रोग्राम के लिहाज से एयर फोर्स ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में तनाव के मद्देनजर दोनों मोर्चों पर हवाई सुरक्षा को और मजबूती देने के लिए देश में बने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को पाकिस्तान सीमा से लगे वेस्टर्न फ्रंट पर तैनात किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से स्वदेशी तेजस एयरक्राफ्ट की तारीफ कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने अपनी संबोधन में कहा था कि एलसीए मार्क-1ए वर्जन को खरीदने की डील जल्द ही पूरी होने की उम्मीद है। एलसीए तेजस पूरी तरह स्वदेशी विमान है। इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। वहीं, पाकिस्तान के पास चीन से खरीदे हुए जेएफ 17 विमान हैं। हालांकि, जेएफ-17 में 58% एयरप्रेम पाकिस्तानी, जबकि 42% चीन और रूस का डिजाइन है। तेजस राफेल की तरह सिंगल सीटर विमान है। जबकि ट्रेनी विमान 2 सीटर है। वहीं, जेएफ-17 में भी सिंगल और टू सीटर विमान शामिल हैं। तेजस एक बार में 54 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इसमें इजरायल का मल्टी मोड रडार सिस्टम लगा है। यह दुश्मन को आसानी से चकमा भी दे सकता है।