राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बेंगलूरु में प्रारम्भ।

अनुभव अवस्थी
देश के सबसे बड़े संगठन कहे जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बेंगलूरु में प्रारम्भ। पूजनीय सरसंघचालक मोहनजी भागवत और माननीय सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन कर बैठक का शुभारम्भ किया। बैठक में देशभर से लगभग 450 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुरू हो गई है, ये बैठक शुक्रवार और शनिवार दो दिन तक चलेगी। यह बैठक बंगलूरू के चेन्नहल्ली स्थित जनसेवा विद्या केंद्र में आयोजित की गई है। संघ सर संघचालक मोहन भागवत इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इस बैठक में मोहन भागवत के अलावा सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी के अलावा दत्तात्रेय होसबोले, मनमोहन वैद्य, डा. कृष्ण गोपाल जैसे सभी बड़े पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
इस बैठक में प्रतिनिधि सभा में पारित होने वाले सभी प्रस्तावों पर चर्चा होने वाली है और इसके अलावा पिछले एक साल में सभी प्रांतों में किए गए कार्यों पर चर्चा होगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इतिहास में यह बैठक पहली बार नागपुर के बाहर हो रही है और इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि 20 मार्च को नंबर दो यानी सरकार्यवाह का भी चुनाव होना है। कोरोना की वजह से प्रतिनिधि सभा के लिए लोगों की संख्या को कम करते हुए इस बार भाजपा के प्रतिनिधि को सभा में नहीं बुलाया गया है। बता दें कि पिछले 12 सालों से सरकार्यवाह (महासचिव) की जिम्मेदारी भैय्याजी जोशी संभाल रहे हैं।
संघ के प्रतिनिधि सभा की बैठक में इस बार देश भर के 450 के करीब संघ के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं जबकि वैसे हर साल 1500 के लगभग लोग शामिल होते थे। बैठक में सभी अखिल भारतीय अधिकारी, 11 क्षेत्रों के संघचालक, कार्यवाह व प्रचारक और उनके सहयोगी, सभी 43 प्रांतों के संघचालक, कार्यवाह व प्रचारक और उनके सहयोगी और सभी प्रांतों से तीन या चार चुने गए प्रतिनिधि शामिल होंगे।
संघ की दो दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बेंगलूरु में प्रारम्भ। पूजनीय सरसंघचालक मोहनजी भागवत और माननीय सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन कर बैठक का शुभारम्भ किया। बैठक में देशभर से लगभग 450 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। pic.twitter.com/Y1DGwqctMV
— RSS (@RSSorg) March 19, 2021
संघ की बैठक के एजेंडा में आरएसएस प्रतिनिधि सभा की बैठक में राम मंदिर निर्माण को लेकर अब तक हुए कार्य की समीक्षा की जा सकती है। राम मंदिर के निर्माण में सहयोग से लेकर अब तक इस अभियान में कितने लोग जुड़े है इसकी विस्तृत चर्चा हो सकती है। बैठक में संघ के प्रतिनिधि पिछले एक साल की गतिविधियों का ब्योरा देंगे। कोरोना के दौरान संघ की क्या भूमिका रही, शाखाओं पर क्या असर पड़ा है, और आगे की इस बारे में क्या कार्ययोजना है। इस पर इस बैठक में प्रमुखता से चर्चा होनी है। इस बैठक में संघ इस बात पर बड़ी योजना बनाने जा रही है कि बदले जीवन पद्धति को निरंतर जीवन मे कैसे लाया जाए, इसके के लिए जनजागरण चलाए जाने की रूप रेखा तय हो सकती है। 20 मार्च को नंबर दो यानी सरकार्यवाह का भी चुनाव होना है।