नहीं सजेंगे सार्वजनिक पंडाल, घरों में ही विराजेंगे विघ्नहर्ता


एस डी एम, भोपाल
मूर्तिकारों से लिये गए शपथ पत्र, नहीं बनेगीं पी ओ पी की प्रतिमाएं
भारत भूषण विश्वकर्मा
भोपाल । कोरोना संक्रमण का ये काल धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं पर भारी पड़ता नज़र आ रहा है, इस वर्ष न ही गणेशोत्सव की धूम देखने को मिल रही है और न ही बाज़ारों में रौनक । कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए भोपाल जिला प्रशासन ने सभी आमजन से घरों में ही गणेश आराधना करने की अपील की है, और सार्वजनिक रूप से झांकी पंडाल लगाने को भी प्रतिबंधित कर दिया है । हालांकि यह सारी प्रक्रिया शहरवासियों को कोरोना संक्रमण से बचाने हेतु की गई है, जिसका सभी ने स्वागत भी किया है । एस डी एम मनोज वर्मा के अनुसार पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा सभी मूर्तिकारों से पी ओ पी मटेरियल से व बड़ी प्रतिमाओं के निर्माण न करने के संबंध में शपथ पत्र भी लिए गए हैं, तो वहीं गुपचुप तरीके से पी ओ पी की मूर्ति बनाने वालों पर कार्यवाही भी जारी है । एस डी एम मनोज वर्मा ने बताया कि सार्वजनिक पंडाल में झांकी सजाने से दर्शनार्थियों की भीड़ बनी रहती है, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है । लोगों को कोरोना से सुरक्षित रखने हेतु जिला प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है, इसके साथ ही पी ओ पी की मूर्तियों को भी प्रतिबंधित किया गया है । उन्होंने कहा कि पी ओ पी की मूर्तियां उपयोग करना पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं है, और इनका विसर्जन भी पूर्णतः नहीं होने से धार्मिक दृष्टि से भी पी ओ पी की मूर्तियों का उपयोग व पूजन गलत है जिसको देखते हुए आमजनों से भी पर्यवरण हितैषी मिट्टी की मूर्तियां घरों में ही स्थापित कर गणपति उपासना करने की अपील की गई है ।