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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन चौपाल कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद,अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के मतदाताओं को संबोधित किया।

अनुभव अवस्थी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को दिन में गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ तथा अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, प्रत्याशी तथा नेताओं से वर्चुअल संवाद किया। इस संवाद के दौरान इन सभी में जोश भी भरा।

चुनाव आयोग के द्वारा जारी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में मेरठ और अलीगढ़ में दस फरवरी को पहले चरण में मतदान होना है। जिसके लिए सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों की जीत के लिए उनके पक्ष में ताकत झोंक दी है। देश व प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के प्रभावी होने के कारण चुनाव आयोग ने बड़ी चुनावी सभा पर भले ही रोक लगी है, लेकिन पार्टी व प्रत्याशियों का जनसंपर्क अभियान तथा वर्चुअल संवाद जारी है। इसी क्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को दोपहर में गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ तथा अलीगढ़ में ‘जन चौपाल’ लगाई। इस वर्चुअल संवाद कार्यक्रम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोरखपुर से जुड़े, जहां पर आज वह अपना नामांकन पत्र भी दाखिल किया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन चौपाल कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद,अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा- आज मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के सभी नागरिक भाइयों-बहनों को मुझे वर्चुअली आपको नमन करने का आपसे बात करने का मौका मिला है।कल बसंत पंचमी का महत्वपूर्ण त्योहार है, मां सरस्वती के पूजन का दिन है। मैं आप सभी को बसंत पंचमी के इस पावन पर्व के लिए अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं।

मेरठ एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करने का सौभाग्य देशवासियों ने मुझे दिया था। इस बात का ये भी सबूत है कि भाजपा की सरकार जो कहती है वो करके दिखाती है। जो काम शुरू करती है उसे पूरा करके दिखाती है। मुझे याद है, इस साल की शुरुआत में, मेरा पहला दौरा मेरठ का ही हुआ था। उस दिन मौसम खराब था, इसलिए मुझे सड़क मार्ग से आना पड़ा था। लेकिन मेरठ एक्सप्रेसवे की वजह से मैं एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच गया था।

मुझे खुशी है कि UP के लोगों ने ये मन बना लिया है कि दंगाइयों, माफियाओं को पर्दे के पीछे रहकर के प्रदेश की सत्ता हथियाने नहीं देंगे। ये चुनाव सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि की पहचान को बनाए रखने के लिए है। और, ये चुनाव हिस्ट्री शीटर्स को बाहर रखने के लिए है, नई हिस्ट्री बनाने के लिए है। आज़ादी के बाद यूपी ने अनेक चुनाव देखे हैं, अनेक सरकारें बनती-बिगड़ती देखी हैं। लेकिन ये चुनाव सबसे अलग है। ये चुनाव यूपी में शांति के स्थायित्व के लिए है, विकास की निरंतरता के लिए है, प्रशासन में सुशासन के लिए है, यूपी के लोगों के तेज़ विकास के लिए है।

2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद गरीब के घर बनाने की स्पीड कई गुना बढ़ी है। कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की स्पीड डबल हुई है। मेट्रो कनेक्टिविटी इक्का-दुक्का शहरों से आज उत्तर प्रदेश के 10 शहरों तक पहुंच रही है। LPG गैस कनेक्शन का दायरा जो लगभग आधी आबादी तक ही सीमित था आज वो शत प्रतिशत तक हो रहा है। इसी कोरोना काल में अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप जी के नाम पर विश्वविद्यालय बनना शुरू हुआ। मेरठ में मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास भी हो चुका है।

योगी जी की सरकार में पूर्वांचल और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पूरे हो चुके हैं और पांच एक्सप्रेस-वे पर तेज से काम चल रहा है। जब प्रयास ईमानदार हो तो काम ऐसे ही असरदार होता है।एक्सप्रेस-वे हो, एयरपोर्ट हो, मेट्रो हो, ग्रामीण सड़के हो, गरीबों के लिए आवास हो, हर घर जल पहुंचाने का अभियान हो बीते सालों में हर काम में अभूतपूर्व तेजी आई है। 2017 से पहले जो सरकार थी उसने एक्सप्रेस-वे के नाम पर कैसी लूट मचाई ये आप मुझसे ज्यादा जानते हैं।

आज यूपी में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज शत-प्रतिशत लोगों को लग चुकी है। 70% से अधिक लोगों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। ये यूपी के लोगों का, उन लोगों को करारा जवाब है, जो अफवाएं फैलाकर वैक्सीन पे question mark लगा देते थे। यूपी में पहले की सरकार में विकास सिर्फ कागजी था। ये सिद्ध हो चुका है कि समाजवादी सिर्फ और सिर्फ परिवारवादी है। जबकि डबल इंजन की सरकार ने यूपी में जमीन पर काम किया।ये कागजी समाजवादी, जो शत प्रतिशत परिवारवादी हैं और इनके सहयोगी इतने सालों तक सत्ता में रहे, लेकिन खेती की समस्या और किसानों की परेशानी को इन्होंने समझा ही नहीं। दशकों से खेती की जो व्यवस्था चली आ रही थी, जिससे किसान परेशान था, उसको सुधारने का साहस इन्होंने जुटाया ही नहीं।

डबल इंजन की सरकार को खेती और किसान के वर्तमान और भविष्य की चिंता है। इसलिए कृषि का बजट पिछली सरकारों की तुलना में आज छह गुना हो चुका है। पीएम सम्मान निधि के 70 हज़ार करोड़ रुपए में से बहुत बड़ा हिस्सा यूपी के छोटे किसानों को मिलेगा। अफवाहों की राजनीति करने वाले ये वही दल हैं, वही नेता हैं जिनकी सरकारों ने यूपी की करीब दो दर्जन से ज्यादा चीनी मिलों में ताले लगा दिए।MSP खत्म हो जाएगा,ये अफवाह फैलाने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन यूपी में डबल इंजन की सरकार ने 2017 से पहले की अपेक्षा MSP पर खरीद में कई गुणा अधिक वृद्धि की है। इस वर्ष भी यूपी सहित देश के किसानों को लाखों करोड़ रुपए MSP के रूप में मिलने वाले हैं।

योगी जी की सरकार ने बीते 5 वर्षों में पुराने बकाए सहित 1.5 लाख करोड़ से अधिक का गन्ना भुगतान किया है। पिछली सीजन के भी लगभग पूरा भुगतान हो चुका है और इस सीजन के बकाए का भी भुगतान किया जा रहा है।योगी सरकार ने नई चीनी मिले भी बनाई हैं और अनेक पुरानी चीनी मिलों की क्षमता का विस्तार और आधुनिकीकरण भी किया है।गन्ना किसानों का बकाया सालों-साल चलता रहा, योगी जी की सरकार ने बीते पांच सालों में पुराने बकाए सहित करीब 1.5 लाख करोड़ का भुगतान किया है। पिछले सीजन का भी लगभग पूरा भुगतान हो चुका है और इस बार का भी बकाया तेजी से निपटाया जा रहा है।उत्तर प्रदेश के लोगों ने विकास को गले लगाकर जिस प्रकार भाजपा के प्रति अपना प्रेम जताया है, वो हमें प्रदेश की प्रगति के लिए निरंतर प्रेरित करता है। मुझे मेरठ, गाजियाबाद, अलीगढ़, हापुड़ और नोएडा के मतदाताओं को भी संबोधित करने का सुअवसर प्राप्त हुआ।

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pratyancha web desk

प्रत्यंचा दैनिक सांध्यकालीन समाचार पत्र हैं इसका प्रकाशन जबलपुर मध्य प्रदेश से होता हैं. समाचार पत्र 6 वर्षो से प्रकाशित हो रहा हैं , इसके कार्यकारी संपादक अमित द्विवेदी हैं .

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