चिटफंड कंपनी पर कसा पुलिस का शिकंजा

- निवेशकों से 5 करोड की धोखाधडी कर फरार हुई चिटफंड कंपनी फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही में कंपनी की संपत्ति की कुर्की कर निवेशकों को राहत दिलाने की कोशिश
- निवेशकों की डूबी हुई रकम मिलने की जागी उम्मीद।
चंदन गौड़
मंदसौर -सिद्धार्थ चाैधरी पुलिस अधीक्षक मंदसौर के निर्देशन तथा डाॅ. अमित वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंदसौर एवं परमाल सिंह मेहरा, नगर पुलिस अधीक्षक मंदसौर के मार्गदर्शन में चिटफण्ड कंपनियों, सूदखोरों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तारतम्य में पुलिस थाना कोतवाली द्वारा फ्राॅड चिटफंड कंपनी फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राईवेट लिमिटेड के प्रभावी कार्यवाही करते हुये एफआईआर दर्ज कर फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा की गई धोखाधडी की राशि म0प्र0 निक्षेपको के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 के अंतर्गत प्राॅपर्टी की कुर्की कर निवेशकों के रूपये वापस लौटाने की कार्यवाही की जायेगी। थाना शहर कोतवाली मंदसौर पर फरियादी लोकेश सोनी पिता कैलाश चंद्र जी सोनी निवासी महावीर कॉलोनी गीता भवन रोड मंदसौर और साथ में करीब 50 अन्य लोगों ने थाने पर उपस्थित होकर रिपोर्ट किया कि वर्ष 2017 में होटल आशुतोष कालाखेत मंदसौर में फ्यूचर मेकर लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी के प्रबंधक 01-कैलाश आर्य पिता मोहनलाल निवासी नारायणगढ़,02-राधेश्याम सुथार निवासी गांव सिसवाल हिसार हरियाणा, 03-सुंदर सैनी, निवासी चिनदड हिसार हरियाणा 04- सुखदेव सैनी निवासी चिनदड हिसार हरियाणा, 05-बंसीलाल सिहाग निवासी टिब्बी फतियाबाद हरियाणा 06-सुरेश सिंह सोनगरा निवासी देवास नाका इंदौर के प्रमोटरों के द्वारा मंदसौर स्थित होटल आशुतोष में सेमिनार कर बताया कि 202500 रुपए निवेश करने पर कंपनी प्रत्येक माह 29250 रुपए 24 महीने तक मिलेंगे जो कुल 7020000 रुपए होते हैं जो 2 वर्ष में 5 गुना वापस करने का लालच दिया गया था जिनके झांसे मैं आकर मंदसौर एवं मंदसौर के आसपास के करीब 200 लोगों अधिक ने फ्यूचर मेकर कंपनी में पांच करोड़ रुपए से अधिक की राशि निवेश कर दी कंपनी के प्रमोटरों के द्वारा कुछ समय तक अपने प्लान के अनुसार राशि प्रत्येक माह निवेशकों को वापस करते रहे जब कंपनी के पास पांच करोड़ से अधिक राशि एकत्रित हो गई तो कंपनी के प्रमोटरों ने बहाने बनाकर राशि देने से आनाकानी करने लगे और मोबाइल बंद कर अपने निवास को छोड़कर धोखाधड़ी कर फरार हो गए। मंदसौर पुलिस की इस प्रभावी कार्यवाही से इस कंपनी के निवेशको में उनके मेहनत की पूंजी मिलने की उम्मीद पुनः जागी है। आगे भी चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध संपत्ति कुर्की की कार्यवाही जारी रखकर निवेशको के मेहनत के रूपये दिलवाने के प्रयास जारी रहेंगे।