अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मंदसौर पुलिस की “वी केयर फॉर यू” मुहिम के अंतर्गत नई पहल
पिंक ऑटो में सुरक्षित-भयमुक्त सफर कर सकेगी बेटियां

चंदन गौड़
8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर , पुलिस अधीक्षक मंदसौर के निर्देश पर यातायात पुलिस, मंदसौर द्वारा एक नया कांसेप्ट वी केयर फॉर यू पिंक ऑटो स्टिकर का शुभारंभ पुलिस कंट्रोल रूम मंदसौर में 8 मार्च को वी केयर फॉर यू कार्यक्रम उद्घाटन समारोह में होगा l
शहर में महिलाओं और बेटियों को सुरक्षित और भयमुक्त रखने के लिए यातायात पुलिस ने एक नवाचार शुरु किया है। जिसमें महिलाओं और बेटियों की यात्रा को सुरक्षित रखने का प्रयास किया गया है।
ऑटो रिक्शा पर एक पिंक स्टीकर यातायात पुलिस द्वारा लगवाया जाएगा l पिंक स्टीकर पर एक विशेष नंबर लिखा होगा, जिस पर ऑटो मालिक से संबंधित सभी जानकारियां, जैसे ऑटो मालिक का नाम, मोबाइल नंबर, पता थाना यातायात के डेटाबेस में मौजूद होगी l इसके अलावा पिंक स्टीकर पर वी केयर फॉर यू हेल्पलाइन का व्हाट्सएप नंबर लैंडलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी लिखा होगा, जिस पर आपातकाल की स्थिति में महिलाओं बच्चियों द्वारा फोन किया जा सकता है l
पिंक कलर के वी केयर फॉर यू स्टीकर वाले ऑटो में महिलाएं तथा बालिकाएं सुरक्षित सफर कर पाएगी तथा इमरजेंसी के दौरान उन्हें सिर्फ पिंक कलर के स्टीकर वाला आसान नंबर याद रखना होगा । आपात स्थिति में सिर्फ वह नंबर बताने से ऑटो मालिक और ऑटो की पूरी पहचान पुलिस द्वारा हो जाएगी ।
वी केयर फॉर यू पिंक स्टीकर लगवाने के लिए ऑटो चालकों को प्रेरित किया जाएगा । आज दिनांक 7 मार्च 2021 को इसके लिए थाना यातायात परिसर में मंदसौर शहर ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों की मीटिंग का आयोजन किया गया । मीटिंग में महिलाओं बच्चियों की सुरक्षा हेतु वी केयर फॉर यू पिंक ऑटो स्टीकर के संबंध में चर्चा की गई । ऑटो यूनियन अध्यक्ष श्री नरेश चंदवानी द्वारा मंदसौर पुलिस की इस पहल का स्वागत किया गया तथा आश्वासन दिया गया कि ऑटो चालक इस मुहिम में सहयोग करेंगे ।
वी केयर फॉर यू पिंक स्टीकर आने वाले कुछ दिनों में शहर के प्रत्येक ऑटो पर महिलाओं की सुरक्षा हेतु लगवाए जाएंगे । अन्य दस्तावेज जैसे वैध ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन कार्ड आदि को वाहन के साथ रखना ऑटो चालक की स्वयं की जिम्मेदारी होगी ।
वी केयर फॉर यू स्टीकर के ऊपर जो नंबर लिखे जाएंगे वह टोकन के प्रकार होंगे । इस कारण उसे याद रखना बेहद आसान होगा। इसके बाद खुद ऑटो चालकों की यह इ्यूटी हो जाएगी कि जिन महिलाओं और बच्चियों को उन्होंने बैठाया है उन्हें सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाए ।