भोपालमध्य प्रदेश

आदरणीय लालजी टंडन अब हमारे ह्रदय कि स्मृति में रहेगें ।

भारतीय राजनीति के जानकार सरल और स्वच्छ छवि के धनी , एक पार्षद से लेकर महामहिम राज्यपाल के पद को सुशोभित करने वाले

_आज सुबह ली अंतिम सांस

अनुभव अवस्थी सब एडिटर

भारतीय राजनीति के जानकार सरल व स्वच्छ छवि के राजनीतिक विशेषज्ञ लालजी टंडन आज हमारे बीच नहीं रहे।मूल रूप से उत्तर प्रदेश की मुख्य राजनीति में सक्रिय रहने वाले लालजी टंडन उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री भी रहे हैं ।लालजी टंडन की गिनती भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं में रही. लालजी टंडन, पूर्व प्रधानमंत्री स्व० श्री अटल बिहारी बाजपेयी के विशेष प्रिय लोगों में माने जाते थे. जब पूर्व प्रधानमंत्री स्व० श्री अटल बिहारी बाजपेयी ने सक्रिय राजनीति से स्वंय को अलग करा तो उनकी मुख्य संसदीय सीट ‌से लालजी टंडन को उत्तराधिकारी बना चुनाव लड़ाया गया था. 2009 में उन्होंने रीता बहुगुणा जोशी को लखनऊ सीट से हराया था. इस के बाद राजनीति से अलग हो गए । और एक राज्यपाल के रूप में अपनी सेवा देने लगे । वर्तमान में वह मध्य प्रदेश के राज्यपाल थे
। यहां से पहले वह बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.  21 अगस्त 2018 को बिहार के राज्यपाल बनाया गया। दिनांक 20 जुलाई 2019 को मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा , ‘‘लालजी टंडन समाज मेंअपने कार्यों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में भाजपा को सशक्त करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। वे एक कुशल प्रशासक थे। कानूनी मामलों की उन्हें विशेष समझ थी। अटल बिहारी वाजपेयी के साथ वे लंबे समय तक और करीब से जुड़े रहे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’’
इनका राजनीतिक सफर 1960 से शुरू हुआ। वे 2 बार पार्षद और दो बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके बाद लगातार तीन बार विधायक भी चूने गये । वे भाजपा की कल्याण सिंह सरकार में मंत्री भी रहे थे। साथ ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। अपने अनुभव से पार्टी का मार्गदर्शन भी करते थे । मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह निधन होने से उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश के राजनीति मे भी शोक की लहर है। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर वहां पर राजकीय शोक घोषित किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी आपके सम्मान में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लालजी टंडन के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
बता दें कि लालजी टंडन ने 85 वर्ष की उम्र में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। बेटे आशुतोष टंडन ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी और लिखा कि- ‘बाबूजी नहीं रहे।

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