देश के अन्नदाता ओं का समस्या सुनने वाला कोई नहीं

आवारा पशुओं के कारण किसानों का जीना मुहाल
सरकार के लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी सड़क पर घूमते नजर आ रहे हैं छुट्टा पशुओं
सरकार के लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी सड़क पर घूमते नजर आ रहे हैं छुट्टा पशुओं
शिवम शुक्ला ब्यूरो प्रत्यंचा प्रयागराज
प्रयागराज/शंकरगढ क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं। छुट्टा घूम रहे मवेशी किसानों की फसल को नष्ट कर देते हैं और किसान देखता ही रह जाता है। छुट्टा मवेशियों की समस्या पूरे जिले वह खासकर बारा तहसील की है। शंकरगढ़ और जसरा विकास खंडों के लगभग हर गांव का किसान बहुत परेशान हैं। दिनभर कड़ी मशक्कत के बाद किसान अपने घरों में सो जाता है और सुबह खेतों में जाता है तो निराशा हाथ लगती है। रात में खेतों की रखवाली करने वाले किसानों को भी कभी कभी निराशा हाथ लग जाती है। इससे किसान रतजगा करने को विवश हो गया है।
खेती से मुंह मोड़ रही है युवा पीढ़ी शंकरगढ क्षेत्र में बढ़ रहे छुट्टा मवेशियों के कारण युवा पीढ़ी का खेती से मोह भंग हो रहा है। अधिक लागत के बावजूद आय में कमी के कारण युवा पीढ़ी शहरों की ओर पलायन करने के लिए विवश हुई किंतु कोरोना वायरस के कारण मजदूरी भी चली गई। शहरों से वापस आने के बाद भी युवा पीढ़ी खेती से कतरा रही है। शासन व प्रशासन को इस समस्या के निदान के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए