नवीन व नवकरणीय ऊर्जा एवं पर्यावरण मंत्री श्री डंग ने सुशासन भवन से किया कुसुम ए पोर्टल का शुभारंभ

जिले के 100 शासकीय स्कूलों में एनर्जी क्लब बनाने के की शुभारंभ अवसर पर की घोषणा
चन्दन गौड़
नवीन नवकरणीय ऊर्जा व पर्यावरण विभाग मध्य प्रदेश शासन के मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग के कर कमलों से कुसुम ए पोर्टल का शुभारंभ सायं 5 बजे सुशासन भवन के सभाकक्ष से किया गया। इस अवसर पर मंत्री श्री डंग द्वारा घोषणा की गई कि मंदसौर जिले के 100 शासकीय स्कूलों में एनर्जी क्लब बनाए जायगे। जिसके तहत सभी स्कूलों में ऊर्जा दक्ष एल.ई.डी. बल्ब, ट्यूबलाईट और सीलिंग फेन प्रदाय किए जायेंगे। ओंकारेश्वर बांध पर सौर ऊर्जा की प्लेटे लगाई गई है, उसी तर्ज पर गांधी सागर बांध के जल स्त्रोत के क्षेत्र में भी सौर ऊर्जा की प्लेट लगाई जाएगी। आगामी सर्वे गांधी सागर क्षेत्र का करवाया जाएगा। इस अवसर पर मंत्री श्री डंग द्वारा कहा गया कि कुसुम ए योजना देश के साथ-साथ प्रदेश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। किसान इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाये तथा जो भी बंजर भूमि है उसका सदुपयोग करें। मंदसौर जिले का सौर ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश में विशेष नाम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में देश को एक नई दिशा प्रदान की गई है। भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। इस अवसर पर विशेष तौर पर प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसान हितेषी एवं जुझारू हैं। इस अवसर पर नवीन नवकरणीय ऊर्जा व पर्यावरण विभाग मध्य प्रदेश शासन के मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, मन्दसौर विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया, गरोठ विधायक श्री देवी लाल धाकड़ सहित जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री मनोज पुष्प, ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता श्री भुवनेश कुमार पटेल एवं ऊर्जा निगम के मंदसौर प्रभारी श्री एसएल बबाज, जिलाधिकारी व पत्रकार गण मौजूद थे।
इस अवसर पर सांसद श्री सुधीर गुप्ता द्वारा कहा गया कि देश के साथ-साथ प्रदेश भी ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। किसानों की ओर ध्यान में रखकर सरकार के द्वारा यह योजना बनाई गई है। जिसमें एग्रीमेंट के आधार पर स्थाई आमदनी प्राप्त की जा सकती है। यह योजना बहुत ही अभिनव योजना है, जो कि माइलस्टोन का काम करेगी।
मन्दसौर विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया द्वारा कहा गया कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मन्दसौर को पूर्व से ही गौरव प्राप्त है। इस तरह के नवाचार निरंतर जारी हैं एवं आगे भी रहेंगे। इस तरह की योजनाओं से निश्चित रूप से किसानों को ताकत मिलेगी। ऊर्जा के साथ-साथ किसानों को रोजगार भी प्राप्त होगा।
विधायक श्री देवी लाल धाकड़ द्वारा कहा गया कि यह योजना बहुत ही बहुमूल्य व लाभप्रद योजना है। इस योजना से किसान के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। इसके माध्यम से पर्यावरण प्रदूषण की दिशा में बहुत ही उम्दा कार्य होगा। जिसके माध्यम से किसान भी अपनी बंजर भूमि का सही उपयोग कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान योजना (कुसुम) के तहत् कृषकों के आर्थिक विकास के लिए सौर संयंत्र की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों के चयनित विद्युत सब-स्टेशनों के समीप स्थित भूमि पर करने के लिए इच्छुक कृषकों की सहमति लिए जाने के लिए ऑनलाईन पोर्टल का शुभारंभ किया गया।
योजना का मुख्य उद्देश्य कृषकों को आर्थिक रूप से सृदृढ़ सम्पन्न करना है। योजना के तहत कृषक अपने खेत की अनुपजाऊ भूमि पर सोलर संयंत्र की स्थापना स्वंय के द्धारा या किसी निवेशक के साथ संयुक्त रूप से कर सकेगा। जिससे कृषक को लंबी अवधि तक नियमित आय हो सकेगी। योजना के तहत 500 किलोवॉट से 2 मेगावॉट क्षमता तक के संयंत्रों की स्थापना की जाना प्रस्तावित है। इस योजना से, विशेषकर कम भूमि वाले कृषकों की पूर्णरूप से कृषि पर निर्भरता नही रहेगी। उनको सोलर संयंत्र से एकगुश्त नियमित आय होती रहेगी। पूरे प्रदेश में अभी कुल 910 सब-स्टेशनों पर योजना का प्रथम चरण प्रारम्भ किया जा रहा है जिसमें मंदसौर के 13 सब-स्टेशन शामिल है। इन 13 सब-स्टेशन के आस-पास लगभग 11 मेगावॉट के सौर संयंत्र स्थापित हो सकेगे। योजना का क्रियान्वयन मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है एवं प्रथम चरण में प्रदेश में कुल 300 मेगावाट क्षमता के संयंत्रों की स्थापना की जानी है।
चिन्हित सब स्टेशनों के आस-पास के कृषकों की सहमति प्राप्त होते ही संयंत्र स्थापना हेतु अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। मंदसौर जिले में लगभग 500 मेगावॉट के सौर संयंत्रो की स्थापना पूर्व में ही पूर्ण हो चुकी है एवं पवन ऊर्जा आधारित भी कई योजनाएँ कार्यरत् है।
कुसुम योजना के तहत अधिक से अधिक कृषक लाभ लेकर आत्मनिर्भर बन सकेगें विस्तृत जानकारी के लिये इच्छुक आवेदको से अनुरोध है कि वे www. cmsolarpump.mp.gov.in अथवा www.mprenewable.nic.in पर पंजीकरण करें।