कोरोना संकट काल मे गर्भवती महिलाओं का साहरा बन रही मातृ वंदना योजना

प्रवासी गर्भवती महिलाओं को भी मिलेगा लाभ ।
कोरोना काल के दौरान गैर राज्यों से आने वाली महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) योजना का लाभ मिलेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रणनीति बनाई जा रही है। सभी प्रवासी महिलाओं की लिस्ट बनाकर उन्हें योजनाओं से आच्छादित करने की योजना भी बन रही है।
योजना का लाभ पाने के लिए सबसे पहले स्वास्थ्य इकाई पर पंजीकरण कराना होता है। इसमें पहली किस्त में 1000 रुपया दिया जाता है। दूसरी किश्त 180 दिन यानि छह महीने के भीतर गर्भवती के टीकाकरण और जांच कराने पर 2000 रुपया दिया जाता है और तीसरे और अंतिम किस्त प्रसव होने के उपरांत बच्चे के टीकाकरण के बाद 2000 रुपये दिया जाता है।
2017 में शुरू हुई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ गर्भवती महिलाओं को एक बार फिर से मिलने लगेगा। केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2019 में बंद की गई मातृ वंदना योजना को कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर शुरू कर दिया है।
योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से किया जाता है। जिसमें गर्भवती को पहले बच्चे के जन्म पर विभाग के द्वारा 5000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब उन महिलाओं को भी आर्थिक सहायता दी जाएगी, जो बंद हुई अवधि में लाभ से वंचित रह गई थी।
प्राथमिक व सामुदायिक केंद्र पर जाकर गर्भवती महिलाएं इस योजना के लिए पंजीकरण करा सकती हैं। इस योजना के लिए पंजीकरण कराने में आशा, एएनएम व बीसीपीएम सहित बीपीएम आदि से मदद ले सकती हैं। आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड की फोटोकॉपी, बैंक या पोस्ट ऑफिस खाता की पासबुक जो आधार से लिक हो, आधार न होने पर पहचान संबंधी अन्य विकल्प की सहायता से आवेदन कर सकती हैं ।