उज्जैन ज्योति नगर वर्कशाप और स्टोर में भीषण आग

उज्जैन। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के विद्युत ट्रांसफार्मर सेंटर और स्टोर में बुधवार को अचानक धमाके के साथ भीषण आग लग गई, आग इतनी भयावह थी कि घटनास्थल से 6 से 8 किलोमीटर दूर तक इसका धुआं आसमान में दिखाई देने लागा. आगजनी की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में तमाशबीन भी मौके पर पहुंच गये और वीडियों और फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे. मौके पर पहुंची 6 से अधिक दमकल की गाड़िया आग पर काबू करने के प्रयास कर रही थी।
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का दशहरा मैदान क्षेत्र स्थित ज्योति नगर विद्युत परिसर है. यहां ट्रांसफार्मर की मरम्मत के दौरान संभवत: शार्ट सर्किट हुआ जिसकी वजह से धमाके के साथ भयानक आग लग गई. आग तेजी से फैली और समीप स्थित विद्युत ट्रांसफार्मर के वर्कशाप सर्विस मरम्मत का सेंटर होने के साथ ही स्टोर को भी अपनी लपेटे में ले लिया।
आॅयल की वजह से आग बढ़ती गई…
बताया जाता है कि विद्युत ट्रांसफार्मर में आॅयल का उपयोग होता है, इसलिए आग तेजी से फैली. अभी यह साफ नहीं हो पाया कि वर्कशाप में कितने ट्रांसफार्मर थे और उन में कितना ऑइल भरा हुआ है. ऑइल होने से आग तेजी से पकड़ने की वजह से फायर ब्रिगेड को आग पर काबू करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
आग पर काबू पा लिया गया…
लोग बने तमाशबीन…. आगजनी को देखने लिए….
आगजनी की जानकारी लगने के बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे गये, जो अपने मोबाईल फोन से फोटो और वीडियों बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करने लागे.पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के मुताबित संभवत: आग शार्ट सर्किट की वजह से लगी है, हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नही हो पाया है कि इस आगजनी में कितना नुकसान हुआ है, लेकिन इसमें कोई जनहानि नही हुई है.
25 से अधिक लारी ने आग पर पाया काबू
अधिकारी बोले ट्रांसफार्मर के पास आइल से भरे ड्रम रखे थेजिससे भीषण आग लगी।
नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है
जिस जगह पर ट्रांसफार्मर और ऑयल से भरे ड्रम रखे थे,वहां पर बिजली का मीटर लगा था जिसमें शॉर्ट सर्किट से आग लग गई.
आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा बड़ी संख्या में पानी के टैंकर भी मंगवाए गए,कुल अनुमानित 25 लॉरी आग बुझाने में लगी,इतना अधिक पानी लगने के पीछे कारण सामने आया कि ट्रांसफार्मर लोहे के थे तथा आग बुझने के बाद ट्रांसफार्मर अगर गर्म छोड़ दिए जाते तो अंदर आईल भरा हुआ था,फिर से आग भपक सकती थी,पानी का लगातार छिड़काव कर ट्रांसफार्मर को बुझाने के अलावा पानी से ठंडा भी करने की कोशिश की गई,