महाकवि कालिदास ने संस्कृत साहित्य को समृद्ध किया है-स्वामी श्री कृष्णानन्द जी महाराज

दो दिवसीय कालिदास प्रसङ्ग सम्पन्न
चंदन गौड़
मन्दसौर –
महाकवि कालिदास के ग्रंथों ने संस्कृत साहित्य को अत्यंत समृद्ध किया है। यह हमारा सौभाग्य है कि कविकुलगुरु कालिदास का जन्म मन्दसौर में हुआ उनके साहित्य ने दशपुर को गौरवान्वित किया है। ये विचार बगुलामुखी शक्ति पीठ खाचरोद के पूज्य स्वामी कृष्णानन्द जी महाराज ने दो दिवसीय कालिदास प्रसङ्ग के समापन समारोह में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मन्दसौर के विद्वानों ने कालिदास की परम्परा को जीवंत रखा है। स्वामीजी ने पं.मदनलाल जोशी शास्त्री व डॉ.रुद्रदेव त्रिपाठी का स्मरण किया जिन्होंने अपनी विद्वता से अंतराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की।
कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि कालिदास प्रसङ्ग के माध्यम से हम सबको मन्दसौर के प्राचीन व गौरवशाली इतिहास को जानने का अवसर मिला है। इस आयोजन से यहां की प्राचीन परम्पराएं और निखरेगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मन्दसौर महोत्सव भी मनाया जाएगा। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल ने कहा कि महाकवि कालिदास के जीवन से यह प्रेरणा मिलती है कि व्यक्ति अपने जीवन को दृढ़ इच्छाशक्ति से न केवल परिवर्तित कर सकता है वरन अपनी प्रतिभा को भी आकाशीय ऊंचाइयां प्रदान कर सकते हैं। इस अवसर पर स्वामी सुभाषानन्द जी महाराज भी मंचासीन थे। कालिदास अकादमी उज्जैन के सहायक निदेशक डॉ. सन्तोष पण्ड्या ने स्वागत उद्बोधन दिया। अतिथियों का शाल श्री फल व गुलदस्ता भेंट कर सम्मान किया। स्वामी जी ने कलेक्टर पुष्प को गौमाता की मूर्ति भेंट की। आरम्भ में अतिथियों ने पशुपतिनाथ की प्रतिकृति पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। संचालन वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी ने किया आभार कार्यक्रम प्रभारी अनिल कुमार बारोड ने माना। भावना लोहार ने कलेक्टर पुष्प को कालिदास का चित्र भेंट किया। मंचीय कार्यक्रम के बाद सुश्री समीक्षा शर्मा दिल्ली व उनके दल ने कालिदास की अमरकृति कुमार सम्भवम पर आधारित प्रभावी नृत्यनाटिका प्रस्तुत की। संस्कृति के विविध रंगों पर मन्दसौर के नरेन्द्र त्रिवेदी एवं दल के कलाकारों आशीष मराठा,मिताली भिंडवाल,चेतन व्यास,राहुल सोनी,त्रिलोक गन्धर्व, ध्रुव जैन, गौरव जोशी, नेहा कुरेशी, राधिका साकल्ले,चंचल कुमावत,सलोनी ढेबाना ने भी अभिनव प्रस्तुतियां दी। बड़ी संख्या में श्रोताओं ने कार्यक्रम का आनन्द लिया।