जानिए पहने कौन सा रत्न :नेहा श्री

ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व माना गया है और इसका सीधा संबंध ग्रहों से होता है। आम तौर पर जब भी किसी की कुंडली में कोई ग्रह अशुभ प्रभाव देता है तो ज्योतिष में उस ग्रह से संबंधित रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। अगर यह रत्न व्यक्ति पर अच्छा प्रभाव डालता है तो उस ग्रह से संबंधित सभी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं सफेद मोती के बारे में। मोती का रंग सफेद या फिर क्रीम कलर का होता है और इसे चंद्रमा का रत्न माना जाता है।
मोती पहनने से लाभ
मोती को पहनने से विचारों पर नियंत्रण होता है और मन की उलझन समाप्त होने लगती है। अगर कोई व्यक्ति अवसादग्रस्त हो गया है तो भी उसको मोती पहनना चाहिए। इसे धारण करने से व्यक्ति अपने गुस्से पर काबू करना सीख जाता है और मन में सकारात्मक विचारों का प्रवाह बढ़ने लगता है।
पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मोती का संबंध मां लक्ष्मी से माना जाता है। माँ लक्ष्मी व मोती दोनों का आविर्भाव समुद्र से हुआ है।इसलिए मोती को धारण करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा माना जाता है कि गोल और लंबे आकार का मोती पहनने से धन लाभ होता है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
सावधानी
सोमवार को शाम के वक्त चांदी में कनिष्ठा उंगली में मोती की अंगूठी धारण करने से आपको विशेष लाभ प्राप्त होता है। अगर
आप मोती पहनने जा रहे हैं तो फिर आपको इसके साथ गोमेद और लहसुनिया नहीं पहनना चाहिए। ज्योतिष में इसे दोषपूर्ण मेल माना जाता है।
राशि के अनुसार
1 मेष,कर्क,तुला व मकर इन राशियों में चन्द्रमा केन्द्रेश है अतः मोती धारण करना लाभदायक होगा।
2 वृश्चिक व मीन इन राशियों में मोती धारण करना अत्यंत लाभकारी है क्योंकि यहाँ चन्द्रमा त्रिकोणेश है।
3 वृष, मिथुन, सिंह,कन्या,धनु व कुम्भ इन राशियों के जातकों को विशेष परिस्थिति में ही मोती धारण करने की सलाह दी जाती है।
विशेष बिना किसी ज्योतिषीय परामर्श के रत्न धारण करना हानिकारक हो सकता है। सम्पूर्ण जन्मपत्री विवेचना के पश्चात ही रत्न धारण करने करना उचित है।