जॉय सेकंडरी के संचालक अखिलेश मेबन ने पीड़ित मानवता की सेवा के लिए मोक्ष संस्था को शव वाहन प्रदान किया

जहाँ पूरा देश कोरोनॉ की दूसरी लहर से पीड़ित है, इसी कड़ी में जॉय सेकंडरी के संचालक अखिलेश मेबन ने मोक्ष संस्थान को शव वाहन प्रदाय किया, गत वर्ष भी जॉय संस्थान द्वारा 10 लाख की राशि कोविड रिलीफ फंड में प्रदान की गई थी ।

प्रदेश के जबलपुर की मोक्ष संस्था, जबलपुर में झुग्गियों में रहने वाले लोगों का घर है। इनमें विभिन्न पड़ोसी राज्यों के शरणार्थी शामिल हैं। इसलिए, मोक्ष शेष दुनिया में, उनके समर्थन के लिए, और भारत, और दुनिया को और हर उस लाचार गरीब हो सहारा देने के लिए तत्पर है जिनका कोई नहीं है, या जिन्हें अपनों ने छोड़ दिए है को मदद करने के प्रयासों में आगे आया है। मोक्ष लगभग 2 दशकों से असहाय, निराश्रित और परित्यक्त बुजुर्गों के लिए काम करने वाला एक प्रमुख गैर सरकारी संगठन है।कोरोनावायरस संक्रमण से यदि किसी की मृत्यु होती है तो ऐसे में उसके शव का अंतिम संस्कार करने का जिम्मा मोक्ष संस्था को दिया जाता है, ओर वो इस कार्य को पूरी निष्ठा के साथ करते आ रहे है ।
मोक्ष संस्था ने सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यम से कोविड काल मे मदद की अपील की थी । इस अपील को संज्ञान में लेते हुए अखिलेश मेबन ने शव वाहन देना का फैसला लिया । उन्होंने कहा कि मेरी द्वारा मदद अभी खत्म नही हो रही है, में अगले हफ्ते ऑक्सीजन की उपलब्धता भी करवाऊंगा, अन्य सामाजिक संस्थाओं को इस पहल का स्वागत करना चाहिए और संस्कारधानी के उद्योग संचालकों ओर दानदाताओं को मदद के लिए आगे आना चाहिए ।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री एवं विधयाक लखन घनघोरिया, मुकेश खरे, मोक्ष संस्था के संचालक आशीष ठाकुर, संतोष पॉल(आर टी ओ अधिकारी) उपस्थ्ति थे ।
कार्यकम में सोशल डिस्टमसिंग का पूर्ण पालन किया गया