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हमारे यहां कहा गया है- न दैन्यं न पलायनम्

चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न चुनौती से पलायन करना चाहिए- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनटीएलएफ सम्मेलन में

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नैसकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम में हिस्सा ले रहे हैं। एनटीएलएफ के 29वें सम्मेलन का आयोजन 17 से 19 फरवरी 2021 तक किया जा रहा है। इसमें 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि शामिल हैं।

इस सम्मेलन में शामिल होते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, नया भारत प्रगति के लिए अधीर है।हमारी सरकार नए भारत की इस भावना को समझती है।130 करोड़ से अधिक भारतीयों की आकांक्षाएं हमें तेज़ी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
ऐसा समय है जब दुनिया भारत को पहले से ज्यादा उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है। कोरोना के दौरान हमारे ज्ञान-विज्ञान और हमारी टेक्नोलॉजी ने खुद को साबित किया है। आज हम दुनिया के अनेकों देशों को मेड इन इंडिया वैक्सीन दे रहे हैं। जब हर सेक्टर कोरोना से प्रभावित था तब भी आपने करीब 2% की ग्रोथ हासिल की। जब डी ग्रोथ की आशंका जताई जा रही थी तब भी अगर भारत की आईटी इंडस्ट्री अपने रेवेन्यू में 4 बिलियन डॉलर और जोड़े तो ये सचमुच में प्रशंसनीय है।

नए भारत से जुड़ीं अपेक्षाएं जितनी सरकार से हैं, उतनी ही देश के प्राइवेट सेक्टर से भी हैं। हमारी सरकार ये भलीभांति जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती। इसलिए सरकार द्वारा Tech Industry को अनावश्यक regulations से, बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स हों या गरीबों के घर, हर प्रोजेक्ट्स की Geo Tagging की जा रही है, ताकि वो समय पर पूरे किए जा सकें। यहां तक कि आज गांवों के घरों की मैपिंग ड्रोन से की जा रही है, टैक्स से जुड़े मामलों में भी ह्यूमेन इंटरफेस को कम किया जा रहा है।

पीएमओ की ओर से दी गई जानकारी में बताया कि एनटीएलएफ के 29वें सम्मेलन का आयोजन 17 से 19 फरवरी 2021 तक किया जा रहा है। यह सम्मेलन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नास्कॉम) का अग्रणी आयोजन है। इस साल के आयोजन का विषय, ‘शेपिंग द फ्यूचर टूवार्ड्स ए बेटर नॉर्मल’ है। तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इस दौरान 30 से अधिक उत्पाद दिखाए जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मेलन में सहभागिता करते हुए कहा कहा कि भारत के IT सेक्टर ने अपने पैर दुनिया में कई साल पहले ही जमा दिए थे। हमारी सरकार जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती है। इसलिए सरकार द्वारा IT सेक्टर को अनावश्यक बंधनों से बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।कोरोना के दौरान लाखों नए रोज़गार देकर आईटी इंडस्ट्री ने सिद्ध किया है कि वो भारत विकास का मजबूत पिलर क्यों है। अभी एक ऐसा समय जब दुनिया भारत की तरफ नई उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है।
हमारे यहां कहा गया है-
न दैन्यं न पलायनम्।
यानी चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न चुनौती से पलायन करना चाहिए।

आत्म निर्भर भारत बनाने की बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के बड़े सेंटर आज देश के टियर-2, टियर-3 शहर बनते जा रहे हैं। यही छोटे शहर आज IT बेस्ड तकनीक की डिमांड और ग्रोथ के बड़े सेंटर बनते जा रही हैं। देश के इन छोटे शहरों के युवा अद्भुत इनोवेटर के रूप में सामने आ रहे हैं।आज 90% से ज्यादा लोग अपने घरों से काम कर रहे हैं। कुछ लोग तो अपने गांव से काम कर रहे हैं। यह अपने आप में बड़ी ताकत बनने वाला है। 2 दिन पहले ही एक नीति में सुधार किया गया है। मैप और जियो स्पेशल डेटा को कंट्रोल से मुक्त कर इसे उद्योग के लिए खोला गया है। जितना डिजिटल ट्रांसजेक्शन ज़्यादा होता जा रहा है उतने ही काले धन के स्रोत कम हो रहे हैं। पारदर्शिता गुड गवर्नेंस की सबसे अहम शर्त होती है। यही बदलाव अब देश की शासन व्यवस्था पर हो रहा है। यही कारण कि हर सर्वे में भारत सरकार पर जनता का भरोसा मजबूत से मजबूत होता जा रहा है।

आप ने सुनिश्चित किया है कि हमारी टेक्नोलॉजी ज्यादा से ज्यादा मेड इन इंडिया हो। अगर हमें भारतीय टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ना है तो इसके लिए हमें अपनी प्रतिस्पर्धा के लिए नए मापदंड बनाने होंगे। हमें अपने आप से प्रतिस्पर्धा करनी होगी।
इस बार का नैस्कॉम का टेक्नोलॉजी और लीडरशिप फोरम मेरी दृष्टि से विशेष है। यह एक ऐसा समय है जब दुनिया पहले से ज्यादा उम्मीद और भरोसे से भारत की तरफ देख रही है। देश के इन छोटे शहरों के युवा अद्भुत इनोवेटर के रूप में सामने आ रहे हैं। सरकार का फोकस भी इन छोटे शहरों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर है। सरकार को देश के नागरिकों पर, स्टार्ट्अप पर, इनोवेटर्स पर पूरा भरोसा है।इसी भरोसे के साथ सेल्फ सर्टिफिकेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।बीते 6 वर्षों में आईटी इंटस्ट्री ने जो समाधान तैयार किए हैं, उन्हें हमने गवर्नेंस का अहम हिस्सा बनाया है।

pratyancha web desk

प्रत्यंचा दैनिक सांध्यकालीन समाचार पत्र हैं इसका प्रकाशन जबलपुर मध्य प्रदेश से होता हैं. समाचार पत्र 6 वर्षो से प्रकाशित हो रहा हैं , इसके कार्यकारी संपादक अमित द्विवेदी हैं .

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