दुनिया के सबसे बड़े समुद्री सैन्य अभ्यास रिमपैक 2022 में भाग लेगा भारत


26 देश, 38 युद्धपोत , 170 विमान, 25000 सैनिक
भारत की भागीदारी
भारत ने रिमपैक में पहली बार 2014 में भाग लिया था, जब शिवालिक श्रेणी के युद्धपोत आईएनएस सह्याद्री ने अभ्यास में भाग लिया था. सह्याद्री ने रिमपैक के 2018वें संस्करण में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया. वहीं, 2006, 2010 और 2012 के रिमपैक संस्करणों में भारतीय नौसेना की उपस्थिति एक पर्यवेक्षक के रूप में रही.
थीम
रिमपैक 2022 की थीम है सक्षम, अनुकूल और भागीदार. इसमें समुद्र के रास्ते जमीन पर हमला करने, तोप चलाने, मिसाइल फायरिंग, पनडुब्बी रोधी अभियान और हवाई रक्षा प्रणाली जैसे युद्ध कौशल का अभ्यास किया जाएगा.
कौन-कौन देश होंगे शामिल?
रिमपैक 2022 में क्वाड देश भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अलावा ब्रुनेई, कनाडा, चिली, कोलंबिया, डेनमार्क, इक्वाडोर, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इज़राइल, मलेशिया, मैक्सिको, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पेरू, दी रिपब्लिक ऑफ कोरिया, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, टोंगा एवं यूके शामिल होंगे.
रिमपैक 2018,THE FLEET RIMPAC 2018
2018 में चीन हुआ था बाहर
रिमपैक 2018 के लिए अमेरिका ने चीन को भी निमंत्रण भेजा था, लेकिन बाद में अमेरिका ने उसे यह कहकर बाहर कर दिया कि दक्षिण चीन सागर में चीन का व्यवहार अस्थिरता पैदा करने वाला है. अमेरिका के इस कदम को चीन ने “दुर्भाग्यपूर्ण ” बताया था.
रिमपैक का पहली बार आयोजन 1971 में हुआ था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और अमेरिका शामिल हुए थे.
महाअभ्यास
भारत व अमेरिका समेत 26 देश दुनिया का सबसे बड़ा समुद्री सैन्य अभ्यास करने जा रहे हैं. दक्षिणी कैलिफोर्निया और हवाई द्वीप समूह के पास होने वाला यह अभ्यास 29 जून से 4 अगस्त तक चलेगा. इस एक्सरसाइज़ का नाम रिमपैक (RIMPAC) यानि ‘रिम ऑफ पेसिफिक एक्सरसाइज़ है.
प्रदर्शन
अमेरिकी नौसेना ने बयान में कहा है कि इस अभ्यास में 38 युद्धपोत, 4 पनडुब्बी और 170 से ज्यादा विमान हिस्सा लेंगे. इनके अलावा 9 देशों की ज़मीनी सेना सहित 25,000 सैनिक भी भाग लेंगे. अमेरिकी नेवी के अनुसार रिमपैक में शामिल हो रहे राष्ट्र और सेनाएं व्यापक स्तर पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे.