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कोरोना संकट काल में भारतीय जीवन बीमा निगम ने दिया बंद पॉलिसी को दुबारा चालू करने का अवसर

आज से शुरू हुआ यह स्पेशल कैम्पेन 9 अक्टूबर तक चलेगा

पिछले पांच सालों से बंद पॉलिसी को दोबारा चालू किया जा सकता है

स्पेशल कैम्पेन के तहत लेट फाइन में 20 प्रतिशत का छूट भी मिल रहा

कोरोना संकट काल में लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (भारतीय जीवन बीमा निगम) अपने पॉलिसीधारकों को बंद हो चुकी पॉलिसी को दोबारा शुरू करने का मौका देने जा रही है। इसके लिए एलआईसी की तरफ से आज से स्पेशल रिवाइल कैम्पेन शुरू किया गया है जो 9 अक्टूबर तक चलेगा। इस कैम्पेन के तहत भारतीय जीवन बीमा निगम की बंद हो चुकी इंडिविजुअल पॉलिसी को दोबारा शुरू किया जा सकता है।पॉलिसीधारकों को अपनी लैप्स हो चुकी पॉलिसियों को पुनर्जीवित करने का अवसर दिया है । एलआईसी की बंद हो चुकी व्यक्तिगत पॉलिसी फिर से शुरू की जा सकती है ।
कोरोना वायरस महामारी जैसे कठिन अवधि में जोखिम कवर की निरंतरता को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने कहा कि वह अपने पॉलिसीधारकों को अपनी लैप्स हो चुकी पॉलिसियों को पुनर्जीवित करने का अवसर प्रदान करेगा। इसने अपने ग्राहकों के लिए अपनी व्यक्तिगत एलआईसी पॉलिसियों को पुनर्जीवित करने के लिए 10 अगस्त से 9 अक्टूबर तक एक विशेष रिवाइवल अभियान शुरू करने का फैसला किया है। जिसके तहत एलआईसी की बंद हो चुकी व्यक्तिगत पॉलिसी फिर से शुरू की जा सकेगी।
एलआईसी ने एक बयान में कहा कि विशेष रिवाइवल अभियान के तहत कुछ खास योजनाओं की पॉलिसी को दोबारा शुरू किया जा सकता है, हालांकि इसके लिए प्रीमियम में चूक की तारीख 05 साल से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए। एलआईसी ने बयान में कहा कि रिवाइवल के लिए पॉलिसीधारकों को विलंब शुल्क में 20% की छूट मिलेगी। एलआईसी ने एक बयान में कहा कि मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर, मेडिकल जरूरतों में कोई रियायत नहीं दी जा रही है और केवल विलंब शुल्क तक ही सीमित है।
इस विशेष रिवाइवल अभियान के तहत, इसने कहा, विशिष्ट पात्र योजनाओं की पॉलिसियों को कुछ नियमों और शर्तों के तहत पहले बिना चुकाए प्रीमियम की तारीख से 5 साल के भीतर पुनर्जीवित किया जा सकता है। पॉलिसीधारकों को पुनर्जीवन के लिए 20% विलंब शुल्क रियायत मिलेगी जबकि 25% रियायत 1 लाख रुपए से 3 लाख रुपए के बीच होगी। इस अभियान के तहत रिवाइवल होने की तारीख तक जिन पॉलिसियों में प्रीमियम भुगतान की अवधि के दौरान नहीं चुकाई गईं उन पॉलिसियों को रिवाइव किया जा सकता है।इस अभियान से उन पॉलिसी धारकों को लाभ होगा जो अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण प्रीमियम का भुगतान करने में सक्षम नहीं थे और उनकी पॉलिसी लैप्स हो गई थी।

pratyancha web desk

प्रत्यंचा दैनिक सांध्यकालीन समाचार पत्र हैं इसका प्रकाशन जबलपुर मध्य प्रदेश से होता हैं. समाचार पत्र 6 वर्षो से प्रकाशित हो रहा हैं , इसके कार्यकारी संपादक अमित द्विवेदी हैं .

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