प्रत्यंचामध्य प्रदेश

आमजन को सुविधा देने हेतु, जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं में हो रहा उन्नयन – कलेक्टर पुष्प
मरीज के परिजनों को ऑक्सीजन हेतु परेशान न हो इसके लिए 30 “ऑक्सीजन मेन” दल नियुक्त, जिला अस्पताल परिसर में 24 घण्टे एक निःशुल्क ऐम्बुलेंस मरीजों को सिटी स्कैन हेतु ले जाने के लिये तैनात

चंदन गौड़
मन्दसौर –
वर्तमान में जिला कोरोना महामारी से लड़ रहा है और इस संकट के दौर में जिला प्रशासन व जिला चिकित्सालय का स्वास्थ्य अमला चाहे दिन हो या रात लगातार मरीजों की सेवा में लगा हुआ है। ऐसा नही है कि इस आपदा की चपेट में स्वास्थ्यकर्मी नही आए है जिला अस्पताल के 5 डॉक्टर्स और 26 नर्स स्टॉफ भी कोविड का शिकार हो चुके है, लेकिन फिर भी कोविड के मरीजों को हर संभव बचाने के लिये वे लगे हुऐ है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.डी.के.शर्मा भी इस संक्रमण से जीतकर पुनः सेवा कार्य में लग चुके है। अस्पताल में भर्ती मरीज या उसके परिजन को किसी भी तरह की कोई समस्या ना आये इस इसके लिए अस्पताल की टीम पुरी मुस्तैदी से जुटी हुई है।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिला अस्पताल प्रबंधक डॉ.हिमांशु यजुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्थाओं के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही नही की जा रही है।अस्पताल में भर्ती कोविड मरीज के परिजनों को ऑक्सीजन हेतु परेशान ना होना पड़े उसे देखते हुए 30 “ऑक्सीजन मेन” दल की नियुक्ति की गई है जो कोविड वार्ड में लगातार वॉचिंग कर जिन मरीजों के परिजन ऑक्सीजन भरवाने के लिये परेशान हो रहे है। अब यह जिम्मा वह संभालेंगे और ऑक्सीजन भरवाकर सिलेण्डर पुनः मरीज तक पहुॅचांऐगे। वहीं अब मरीजों की भोजन व्यवस्था में पोष्टिक खुराक पर प्रबंधन द्वारा पुरी तरह से ध्यान दिया जा रहा है। उनको सुबह शाम समय पर भोजन, नाश्ता प्रदाय हो रहा है और अब प्रत्येक मरीज के पास मिनरल वॉटर की व्यवस्था की गयी है, वहीं वार्ड कॉरिडोर में प्रत्येक दो घण्टे में आरओ वाटर केन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है जिससे मरीज व उसके परिजनों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
अब जिला चिकित्सालय में प्लाज्मा थैरेपी की व्यवस्था भी शुरु की जा रही है इस हेतु डोनर चिन्हित कर उनसे प्लाज्मा डोनेशन आरंभ कर दिया गया है , वहीं विधायक यशपालसिंह सिसौदिया के सौजन्य से अस्पताल में ही अब आरटीपीसीआर लेब की सुविधा जल्द शुरु हो रही है जिससे अब परिक्षण कराने वाले व्यक्ति को उसी दिन रिपोर्ट उपलब्ध हो सकेगी। वहीं अभी वर्तमान में आरटीपीसीआर एवं रेपिट परीक्षण कराने वाले लोगो को परेशानी ना हो इस हेतु अब दो काउण्टर की व्यवस्था कर दी गई है। अस्पताल में स्थापित की गई सिटी स्कैन मशीन का परीक्षण कर लिया गया है जो जल्द ही मरीजों को उपलब्ध हो जायेगी । कई दिनों से अस्पताल प्रबंधन को प्रायवेट एम्बुलेंस चालकों द्वारा सिटी स्कैन कराने जा रहे मरीजों व रात्रि में कोविड से मृत हुए मरीजों के शवों को मार्चुरी में रखने के छोटे से कार्य के लिये 500 से 1000 रु की मांग परिजनों से किये जाने की शिकायत प्राप्त हो रही थी जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए जिला अस्पताल परिसर में 24 घण्टे के लिये एक निःशुल्क ऐम्बुलेंस मरीजों को सिटी स्कैन हेतु ले जाने के लिये तैनात की गई है व सेवा भारती के सौजन्य से शव मार्चुरी तक पहुॅचाने हेतु एक ऐम्बुलेंस की व्यवस्था निःशुल्क शुरु की गई है । जिससे अब किसी मरीजों के परिजनों को कोई शुल्क नही देना होगा।
आमजन को सहुलियत देते हुए जो फिवर ओपीडी अभी तक एक ही थी उसे बढ़ाकर एक और ओपीडी की व्यवस्था की गई है। जिसमें ओपीडी में आने वाले हर व्यक्ति को मेडिसीन कीट भी प्रदाय की जा रही है । अस्पताल में आने वाले मरीजों के परिजनो को किसी तरह से धूप व गर्मी से परेशान ना होना पड़े इस हेतु कोविड यूनिट के बाहर शेड का निर्माण भी अस्प्ताल परिसर में किया गया है।
सुबह, दोपहर व शाम को संपूर्ण कोविड वार्डो की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने हेतु नोडल ऑफिसरों का दल गठित किया है जो वार्डों में ऑक्सीजन की उपलब्धता, पानी व सफाई व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, अनावश्यक भीड़ पर नियंत्रण, समस्त वार्डों में दवाईयों की उपलब्धता, ऑक्सीजन की खपत पर सतत निगरानी, बाहृय परिसर में मरीजों के परिजनों के बैठने की व्यवस्था व उनके वाहन व्यवस्था पर निगरानी, मरीजों के भोजन वितरण व्यवस्था समय पर मिल सके ऐसे कई व्यवस्थाओंपर निगरानी कर उन्हें पुरा कर रहा है और उसके परिणाम भी सामने आ रहे है अब अस्पताल में अनावश्यक भीड़ पर भी नियंत्रण हो चुका है।
प्रत्येक कोविड वार्ड को सीसीटीवी केमरों से कवर किया गया है जिससे एक ही जगह से समस्त वार्डों की मॉनिटरिंग की जा रही है वहीं आगामी दिवस में सेन्टर लाईन माईकिंग व्यवस्था भी आरंभ हो जायेगी जिसके माध्यम से अस्पताल के समस्त चिकित्सक, नर्सिंग पेरामेडिकल स्टॉफ को किसी कार्य के लिये तत्काल निर्देशित किया जा सकेगा और इसकी जानकारी तत्काल प्राप्त की जा सकेगी। कोविड वार्डों में मरीजों के लिये लगे कंसेंट्रेटर मशीनो के लिये अगल से विद्युत लाईन की व्यवस्था की जा रही है जिससे अब विद्युत बंद होने पर भी मरीजों को परेशानी नही होगी । वहीं कोविड मरीजों की भर्ती व डिस्चार्ज हेतु रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सुगम बना दिया गया है जिससे एक क्लिक पर समस्त जानकारी मिल सकेगी । प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ नगर व जिले के कई सामाजिक संगठन इस महामारी में अस्पताल में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से सेवा दे रहे है।

pratyancha web desk

प्रत्यंचा दैनिक सांध्यकालीन समाचार पत्र हैं इसका प्रकाशन जबलपुर मध्य प्रदेश से होता हैं. समाचार पत्र 6 वर्षो से प्रकाशित हो रहा हैं , इसके कार्यकारी संपादक अमित द्विवेदी हैं .

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