
आत्म निर्भर भारत की ओर सरकार का नया कदम
अनुभव अवस्थी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ग्रामीण इलाकों में बन रहे उत्पादों को बाजार मुहैया कराने के मकसद से एक ऑनलाइन पोर्टल ‘स्वदेश बाजार’ लॉन्च कर दिया है । उन्होंने कहा कि हमारे देश में अच्छा काम करने वाले लोगों की संख्या कम नहीं है । उनका उत्पाद और गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है, लेकिन उन्हें बाजार नहीं मिलता है । ग्रामीण इलाकों में बने अच्छे उत्पाद जब किसी ग्राहक तक पहुंचता है तो उसमें कई लोगों का मुनाफा जुड़ने के कारण इसकी कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है । कई बार ये कीमत इतनी ज्यादा हो जाती है कि आम ग्राहक की पहुंच से बाहर हो जाती है । केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि जो काम अमेजन कर रहा है, उसे हम भी कर सकते हैं । स्वदेश बाजार ऑनलाइन पोर्टल इसी दिशा में काम करेगा । केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अपने प्लेटफॉर्म पर क्वालिटी प्रोडक्ट को रखकर उसके व्यापार को बढ़ाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसे तमाम महिला स्वयं-सहायता समूह हैं, जो बहुत अच्छा सामान तैयार कर रहे हैं । ऐसे लोगों को बाजार मुहैया हो सकता है । हमारे देश में इनोवेटिव प्रोडेक्ट्स की भी कोई कमी नहीं है ।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में अच्छा काम करने वाले लोगों की संख्या कम नहीं है । उनका उत्पाद और क्वालिटी बहुत अच्छी होती है, लेकिन उन्हें बाजार नहीं मिलता है । जब कोई उत्पाद किसी ग्राहक तक पहुंचता है तो इस रास्ते में आने वाले माध्यमों के मुनाफे के चलते उत्पाद की कीमत इतनी बढ़ जाती है कि आम ग्राहक की पहुंच से बाहर हो जाती है ।
उन्होंने कहा कि तकनीक के इस्तेमाल से इस बीच के मुनाफे वाली कढ़ियों को खत्म किया जा सकता है । तकनीक की लागत भी बहुत कम होती है ।
नितिन गडकरी ने कहा कि ई-कॉर्मस कंपनी अमेजन भारत के एमएसएमई से वस्तुएं लेकर उसका जो एक्सपोर्ट कर रहा है उसका का टर्नओवर 7,000 करोड़ रुपये सालाना है । जो काम अमेजन कर रहा है उसे हम भी कर सकते हैं । और स्वदेश बाजार ऑनलाइन पोर्टल इस दिशा में काम करेगा ।
देश में कोरोना संक्रमण के चलते बहुत से लोगों का रोजगार छिन गया । सरकार इस ओर ध्यान देते हुए आत्म निर्भर भारत के मिशन को सफल बनाने के लिए हमेशा तत्पर है, उन्होंने कहा कि देश से गरीबी दूर करने के लिए हमें रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे । इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में वहीं के सामानों से अगर अच्छी क्वालिटी के उत्पाद तैयार होंगे और फिर इन प्रोडेक्ट्स को बाजार मिलता है तो गांव के लोग जीवन-यापन के लिए गांव छोड़कर शहर नहीं जाएंगे ।