स्वास्थ्य मंत्री चौधरी ने जिला अस्पताल मन्दसौर के मरीजों से वर्चुअल संवाद किया

• मरीजों की देखभाल के साथ-साथ अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में मरीजों से पूछा
चंदन गौड़
मन्दसौर | मध्यप्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों से वर्चुअल माध्यम से सीधा संवाद स्थापित कर चर्चा की। संवाद के दौरान उन्होंने मरीज सुनील, राहुल चंद्र, विनोद, मुकुल एवं अर्जुन से सीधा संवाद स्थापित किया।
चर्चा के दौरान मरीज सुनील एवं राहुल चंद्र द्वारा कहा गया कि हम लोग पेट दर्द से परेशान हैं तथा आपातकालीन सेवा में भर्ती हुए थे। अस्पताल में दवाई एवं अन्य व्यवस्था समय पर प्राप्त हुई। मरीज विनोद एवं मुकुल द्वारा बताया गया कि हम लोगों को फूड प्वाइजनिंग की समस्या हो गई थी। अस्पताल में हमारी देखरेख अच्छे से की गई। यहां का नर्सिंग स्टाफ भी बहुत अच्छा है। दवाई हमको यही से मिली तथा समय पर मिली। हमें किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। मरीज अर्जुन द्वारा बताया गया कि मुझे ब्लड की कमी थी। जिस वजह से दस्त की तरफ भी खून जा रहा था। मैं यहां पर 6 दिन से भर्ती था। अभी तक 3 बोतलें ब्लड की चड़ चुकी है तथा अब स्वास्थ्य में काफी सुधार हैं। इस दौरान सभी मरीजों के द्वारा स्वास्थ्य मंत्री का वर्चुअल माध्यम से संवाद कर हाल चाल पूछने व अस्पताल की व्यवस्था जानने पर धन्यवाद दिया गया।
वर्चुअल संवाद के दौरान स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ डीके शर्मा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर केएल राठौर से अस्पताल की व्यवस्थाओ और किन चीजों की कमी है। इस संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। आगामी थर्ड लेयर के संबंध में अस्पताल में क्या-क्या व्यवस्था की जा चुकी है एवं क्या कमी है। इसके बारे में भी विस्तार से बताया। इस दौरान सिविल सर्जन द्वारा अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था, दवाई, नर्स सेवा, बेड की व्यवस्था आदि के बारे में भी बताया गया। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अस्पताल की साफ-सफाई, दवाई एवं अन्य व्यवस्था के संबंध में प्रशंसा भी व्यक्त की। उन्होंने कहा की आगे कोविड के संबंध में सभी व्यवस्था समय पर पूर्ण करें। बच्चों के लिए और अतिरिक्त वार्ड बनाए जाए। जिस पर सिविल सर्जन द्वारा कहा गया कि अस्पताल में 20 बेड बनकर तैयार हैं और आगे 80 बेड और बनाए जा रहे हैं। थर्ड लेयर के संबंध में किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े इसके लिए जिले में पर्याप्त ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो चुके है।