क्राइमप्रत्यंचामंदसौरमध्य प्रदेश

फेसबुक पर युवती के नाम से प्रोफाईल बनाकर करते थे दोस्ती फिर वीडियों काॅल पर अश्लील वीडियो बनाकर शुरू होता था ब्लैकमेलिंग का खेल

● फर्जी मोबाइल सिम व फर्जी बैंक खातों से संचालित किया जा रहा था ब्लैकमेल कर अवैध वसूली का घिनौना गोरखधंधा

● सिटी कोतवाली थाना प्रभारी की टीम ने ब्लैकमेल कर रूपये ऐंठने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के 02 सदस्य को राजस्थान से किया गिरफ्तार

चंदन गौड़

मन्दसौर। वर्तमान परिवेश में सम्पूर्ण भारत देश में सायबर अपराधो में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही हैं। समय व स्थिति के अनुसार सायबर अपराधी भी अपने अपराध का तरीका बदल बदल कर वारदात को अंजाम दे रहैं हैं। इसी तारतम्य में एक प्रकार का सायबर अपराध मंदसौर निवासी एक व्यवसायी के साथ घटित होकर आरोपियों द्वारा पीड़ित को ब्लैकमेल कर दो लाख रूपये हड़प लिये गए। उक्त मामला मन्दसौर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी के संज्ञान में आने पर मामले को गंभीरता से लेकर थाना शहर कोतवाली पर तत्काल अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 454/21, धारा 420,384,389 भादवि 67, 67-ए आईटी एक्ट के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। सिद्धार्थ चौधरी पुलिस अधीक्षक मन्दसौर के द्वारा अपराध की पतारसी व आरोपियों की धरपकड़ हेतु अति.पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा एवं परमाल सिंह मेहरा नगर पुलिस अधीक्षक मन्दसौर के मार्गदर्शन में एक विशेष पुलिस दल अमित सोनी थाना प्रभारी कोतवाली के नैतृत्व में गठित कर विशेष मार्गदर्शन देकर त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस दल द्वारा प्रकरण के प्रत्येक बिन्दु पर गहन विष्लेशण किया गया। गठित टीम के द्वारा फरियादी से गहन पूछताछ कर घटना के बारे में सभी आवश्यक जानकारी लेेकर विवेचना प्रारंभ की गई। विवेचना के दौरान घटना में समस्त भौतिक एवं तकनीकि साक्ष्यों को आधार बनाते हुये सघन रूप से गहन अध्ययन कर प्रत्येक पहलू पर अपनी कार्यकुशलता, व्यावसायिक दक्षता एवं हरसम्भव प्रयास के फलस्वरूप राजस्थान राज्य के अलवर/भरतपुर जिले की ओर रवाना होकर गठीत दल द्वारा अनुसंधान कर अपराध में संलिप्त 02 संदेही व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। मौके पर पूछताछ उपरान्त उनके द्वारा अपराध में संलिप्त होकर उनकी भूमिका होना स्वीकार किया। उक्त कृत्य मेवात गिरोह का सरगना संचालित कर पीड़ितो से राशि प्राप्त करने हेतु फर्जी बैंक खातो को उपलब्ध कराने का कार्य उपरोक्त दोनो गिरफ्तारशुदा आरोपियों द्वारा किया जाता था। दोनों गिरफ्तारशुदा आरोपीगण मजदूरों का बैंक खाता फर्जी तरीके से खुलवाकर खाते की किट मजदूरों को न देते हुए मेवात गेंग को मोटी रकम लेकर उपलब्ध करवाते थे। प्रकरण में अपराध की विवेचना जारी हैं। आरोपियों से सघन पूछताछ कर अपराध में शामिल अन्य सदस्यों एवं गिरोह के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।

मेवात गिरोह का तरीका वारदात:-
उक्त गैंग हरियाणा जिले के विख्यात मेवात जिले से संबंधित होकर मुख्य सरगना युवती के नाम से फेसबुक के माध्यम से चिन्हीत व्यक्तियों से दोस्ती कर व्हाट्स पर विडियों कालिंग कर ब्लैकमेल कर राशि वसूलते हैं। उक्त कार्य के लिये फर्जी बैंक अकाउण्ट ओर मोबाईल सीम का उपयोग करते हैं। आरोपीगण घटना में प्रयुक्त मोबाईल सीम असम एवं पश्चिम बंगाल क्षेत्र से प्राप्त करते हैं। तथा राशि का आहरण हेतु फर्जी रूप से बैंक खातो को उपरोक्त दोनो गिरफ्तारशुदा व्यक्तियों के द्वारा उपलब्ध कराया जाता था। इस कार्य के लिये औघोगिक क्षेत्र में मजदूरी वर्ग के व्यक्तियों को बहला कर उनके नाम व आई.डी. पर बैंक खातो को फर्जी तरीके से खुलवा कर गिरोह के मुख्य सरगना को उपलब्ध कराते हुए 10 से 25 हजार रूपये की राशि लेते थे।

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