मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल, मोतीलाल वोरा का निधन


कांग्रेस के प्रखर राजनीतिज्ञ नेता मोतीलाल वोरा का सोमवार को दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल में निधन हो गया। वे 93 साल के थे। मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे पहली बार साल 1985-1988 तक मुख्यमंत्री रहे थे और फिर 1989 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। केंद्र के स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्री, राज्यसभा सदस्य, और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया। उनका कल (20 दिसंबर) को जन्मदिन था।
मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले मोतीलाल वोरा ने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली थी। मोतीलाल वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को राजस्थान के नागौर जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहनलाल वोरा और मां का नाम अंबा बाई था। उनका विवाह शांति देवी वोरा से हुआ था। उनके चार बेटियां और दो बेटे हैं। उनके बेटे अरुण वोरा दुर्ग से विधायक हैं और वे तीन बार विधायक रह चुके हैं।
मोतीलाल वोरा ने कई वर्षों तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते हुए पत्रकारिता की और बाद में 1968 में राजनीति में प्रवेश किया।
- 1970 में मध्यप्रदेश विधानसभा से चुनाव जीता और मध्य प्रदेश ‘राज्य सड़क परिवहन निगम’ के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए।
- 1977 और 1980 में दोबारा विधानसभा में चुने गए और उन्हे 1980 में अर्जुन सिंह मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाली।
- मोतीलाल वोरा 1983 में कैबिनेट मंत्री बने और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त हुए।
- 13 फरवरी 1985 में वोरा को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया।
- 13 फरवरी 1988 को मोतीलाल वोरा ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर 14 फरवरी 1988 में केंद्र के स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
- अप्रैल 1988 में मोतीलाल वोरा राज्यसभा के लिए चुने गए ।
- 26 मई 1993 से 3 मई 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर आसीन रहे।