पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाया जा रहा “फास्टिंग अभियान” बना प्रेरणा का स्रोत


अनुभव अवस्थी
आज के समय में प्रदूषण की समस्या एक बहुत बड़ी समस्या है जिसके कारण हमारा पर्यावरण प्रभावित होता जा रहा है। इसके अलावा बढ़ती जनसंख्या, जंगलों का कटाव आदि भी पर्यावरण को प्रभावित करने वाले कारक हैं। पर्यावरण के प्रभावित होने के कारण हमारी पृथ्वी पर भी कई समस्याएं उत्पन्न होती जा रही हैं। जिसमें एक प्रमुख समस्या ग्लोबल वार्मिंग है। बढ़ती हुई विषैली गैसों के कारण ग्लोबल वार्मिंग उत्पन्न हो रही है जिससे पृथिवी का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके फल स्वरुप मनुष्य तथा जीव जंतु सभी का जीवन प्रभावित हो रहा है।
पर्यावरण संरक्षण के द्वारा हम अपने पर्यावरण को प्रभावित अर्थात खराब होने से बचा सकते हैं। इसके लिए भारत सरकार, राज्य सरकारें तथा अन्य कई संस्थान अपने स्तर से कार्य कर रहे हैं। कुछ जागरूक व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत स्तर से भी कार्य कर रहे हैं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए इसरो “ESRO” नामक संस्था द्वारा एक उत्तम प्रयास किया गया है। इस प्रयास के अंतर्गत फास्टिंग अभियान को चलाया जा रहा है।इसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति इसमें अपनी इच्छा से भाग ले सकता है। भाग लेने वाले व्यक्ति को 1 दिन का उपवास रखते हुए पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कार्य करने होते हैं जैसे वृक्षारोपण, जागरूकता कार्यक्रम, संगोष्ठी इत्यादि। इसमें भाग लेने वाला व्यक्ति अपने घर पर रहकर ही या परिवार के सदस्यों के साथ इस कार्य को कर सकता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए इस संस्था के सदस्यों द्वारा अन्य कार्य भी समय-समय पर किए गए हैं जिसके अंतर्गत कपड़े के थैले को बांटना, वृक्षारोपण करना ,बच्चों के बीच जाकर कार्यक्रमों द्वारा जागरूकता फैलाना आदि।
इस अभियान को चलते हुए 100 से ज्यादा दिन हो चुके हैं एवं विभिन्न शहरों से 100 से ज्यादा लोग इसमें हिस्सा ले चुके हैं।
इस अभियान को प्रारम्भ करने में विशेष रूप से देवेंद्र फोगाट,संजय राणा आदि का योगदान है।इस अभियान के प्रेरणा स्रोत डॉ प्रकाश वीर मालिक पूर्व प्राचार्य संजय गांधी पी जी कॉलेज सरूरपुर मेरठ है।
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में इसरो नामक संस्था का अमूल्य योगदान है। इस संस्था का पंजीकृत कार्यालय दिल्ली में स्थित है तथा इसका कार्य क्षेत्र कई शहरों में है। इस संस्था के द्वारा पर्यावरण संरक्षण से संबंधित कई कार्य विभिन्न शहरों में किए गए हैं तथा इसका फास्टिंग अभियान पूरे भारतवर्ष में चलाया जा रहा है।
गत दिवस में इस संस्था के द्वारा संजय गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय सरूरपुर मेरठ में स्थानीय समुदाय की भूमिका हेतु एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ राजेंद्र सिंह जी जल पुरुष एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर रमन चौधरी रहे। इस अवसर पर अविरल गंगा जल साक्षरता यात्रा नामक पुस्तक को सार्वजनिक किया गया तथा डॉक्टर प्रकाश वीर मलिक को बदलाव के पुरोधा नामक सम्मान से सम्मानित किया गया। इस आयोजन में संस्था के सचिव श्री देवेंद्र फोगाट का मुख्य योगदान रहा।