अनुभव अवस्थी सब एडिटर प्रत्यंचा
भारत में कोरोना संक्रमण के कारण किसानों की आय को बढ़ाने के उद्देश्य से भारत सरकार के रेलवे मंत्रालय ने किसानों को किसान रेल का तोहफा दिया है । भाजपा सरकार में रेल मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कोरोना संक्रमण के चलते एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा शुक्रवार को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई । इस विशेष अवसर पर महाराष्ट्र के खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री छगन भुजबल भी उपस्थित थे । अभी ऐसी पहली ट्रेन महाराष्ट्र से बिहार तक के लिए चल रही है । यह ट्रेन सुबह 11 बजे महाराष्ट्र के देवलाली स्टेशन से रवाना हुई और बिहार के दानापुर स्टेशन तक जाएगी । करीब 33 घंटे में 1519 किमी का सफर तय करेगी।
किसान रेल में वातानुकूलित कोच लगे होंगे । इसे रेलवे ने 17 टन की क्षमता के साथ नए स्वरुप के रूप में तैयार करवाया है । इसे रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में बनाया गया है । इस ट्रेन में कंटेनर फ्रीज की तरह होंगे ।मतलब यह एक चलता-फिरता कोल्ड स्टोरेज होगा । किसान रेल हफ्ते में एक बार चलेगी । यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित देवलाली से सुबह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम 6.45 बजे पटना के पास स्थित दानापुर स्टेशन पर पहुंचेगी । इस यात्रा के दौरान किसान रेल करीब 1,519 किलोमीटर की दूरी तय करेगी । देवलाली से चलने के बाद यह ट्रेन नासिक रोड़, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मणिकपुर, प्रयागराज, पं दीनदयाल उपाध्याय नगर और बक्सर में रुकेगी । इस रेल को कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर ही रोका जाएगा । रेलवे के इस प्रयास को सरकार के उस लक्ष्य से ही जोड़कर देखा जा रहा है जिसके तहत कहा गया था कि 2022 तक
किसानों की आय दोगुनी की जाएगी । इससे सब्जियों, फलों, मांस, मछली और दूध जैसे जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों को इनके पैदावार वाले इलाकों से उन इलाकों में पहुंचाया जाएगा जहां इनका अच्छा बाजार है