किसान भाइयों को राम-राम
अपराधियों और दुराचारी लोगों का राम नाम सत्य:योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश

अनुभव अवस्थी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मेरठ जिले में 325 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके लोगों को संबोधित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम किसान भाइयों से मिलें तो हमारा संबोधन ‘राम राम’ होना चाहिए और हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दुराचारियों और अपराधियों की ‘राम नाम सत्य है’ की यात्रा निकलनी चाहिए…।
रविवार को मेरठ पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की 88 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने मेरठ के परतापुर और मलियाना द्वितीय बिजली घरों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के नवनिर्मित केंद्रीय पुस्तकालय के भवन का भी उद्घाटन किया।
मेरठ में सभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं, आप सबको इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास में किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं आने दी जाएगी। साथ ही यहां की बहन-बेटियों की सुरक्षा के साथ भी किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे। किसान भाइयों के लिए कहा कि, पश्चिमी यूपी. के किसानों, युवाओं, बहन-बेटियों, माताओं, विद्वानों और समाज के हर तबके के लोगों ने देश के विकास में अपना योगदान दिया है, उसके प्रति शासन कृतज्ञतापूर्वक अपना कार्य कर सके, केंद्र और राज्य सरकार इसी भाव के साथ कार्य कर रही है।
रैली में अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि , प्रधानमंत्री जी ने ‘किसान सम्मान निधि योजना’ का शुभारंभ किया। विपक्ष कहता था कि चुनावी शिगूफा है, लोग कहते थे कि कोरोना कालखण्ड में यह रुक जाएगी। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि मंत्री, सांसद, विधायक का वेतन रुकेगा लेकिन किसान की किसान सम्मान निधि नहीं रुकेगी। किसान भाइयों के कंधे पर बंदूक रखकर भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दी जा रही है, देश की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य किया जा रहा है, यह कतई स्वीकार्य नहीं होगा । समाधान संवाद से होगा, संघर्ष से नहीं… ।
उत्तर प्रदेश के मुख्य योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कि हमने पुलिस प्रशासन से साफ कहा कि जब किसानों से मिलें तो हमारा संबोधन राम-राम होना चाहिए। हमारे यहां का किसान भाई जब मिलता है तो वह संबोधन में राम-राम बोलता है, तो राम शब्द का प्रयोग दो बार जरूर होना चाहिए। जब हम किसान भाइयों से मिलें तो हमारा संबोधन राम-राम होना चाहिए। जब सुरक्षा के साथ सेंध लगाने वाला कोई भी ऐसा दुराचारी, अपराधी बहन-बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करे तो उसकी राम नाम सत्य की यात्रा भी निकालनी चाहिए ।
