भारतीय सैनिकों की समझाइश नाकाम

टूटा 45 साल का रिकॉर्ड…………चली धड़ाधड़ गोलियां
दिव्यांश धनकर
भारत-चीन में लगातार तकरार के बाद प्राप्त जानकारी के मुताबिक 7 सितंबर को भारत-चीन के बीच दो बारी फायरिंग की घटना घटी है। लद्दाख के रेचन ला इलाके में जब चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे तो भारतीय सैनिकों से उन्हें समझाने की कोशिश की परंतु वे माने नहीं, मजबूरी में भारतीय सेना को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। वहीं चीनी सैनिकों ने भी फायरिंग की है। आपकों बता दें कि भारत-चीन सीमा पर लंबे समय से गोलियां नहीं चली थी बीते दिन करीब 45 सालों बाद गोलियां चली है ,45 साल से वार्तालाप और प्रेम समन्वय से स्थिरता बनी हुई थी ,पहले 20 अक्टूबर 1975 को अरुणाचल प्रदेश के तुलुंग ला में चीन ने असम राइफल की पैट्रोलिंग पार्टी पर धोखे से एम्बुश लगाकर हमला किया था। इसमें भारत के 4 जवान शहीद हुए थे। एक समझौते के मुताबिक भारत-चीन एक-दूसरे पर गोलियां नहीं चला सकते वहीं हालात बिगड़ते देख भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में घुसपैठ की खबरे और गलवान हिंसा के बाद से ही भारतीय सैनिकों को सख्ती से निपटने का आदेश जारी कर चुके है और जवानों को सम्पूर्ण सुविधाये दे दी गयी है ।।