
आईपीएल सीजन 13 के लिए चाइनीज मोबाइल कंपनी VIVO के स्थान पर नए टाइटल स्पॉन्सर का ऐलान हो गया है । VIVO को सीजन 13 से हटाए जाने के बाद Dream 11 को इस साल आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप मिली है । आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा कि Dream 11 ने 222 करोड़ रुपये में आईपीएल 2020 के 13वें सीजन के लिए स्पॉन्सरशिप राइट्स खरीदे हैं ।
बता दें कि यह बोली VIVO के सालाना 440 करोड़ रुपये से 218 करोड़ रुपये कम है. टाइटल प्रायोजन अधिकार की होड़ में टाटा समूह भी शामिल था.
बीसीसीआई को विवो जितना रेवेन्यू तो नहीं मिलेगा लेकिन उसका आधा जरुर मिल जाएगा। टाइटल स्पॉन्सर की राशि में से आधी राशि टीमों को दी जाती है। हर टीम को 1 करोड़ से ज्यादा की राशि मिलेगी। पहले यह 25 करोड़ रूपये हर साल के लिए होती थी। आईपीएल का आगाज अगले महीने की 19 तारीख से यूएई में होगा। फाइनल नवम्बर में होगा।
आईपीएल का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक इस साल संयुक्त अरब अमीरात में किया जाएगा ।
Dream11 पहले से ही BCCI का सहयोगी है। इस दौड़ मे उसने मजबूत मानी जा रही टाटा संस को पछाड़ दिया है। टाटा के कई बिजनस हैं और वह ओलिंपिक स्पोर्ट्स का कई दशकों से स्पॉसंर कर रहा है। खबर है कि Dream 11 ने इसके लिए करीब 222 करोड़ रुपये की बोली लगाई।
आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर की दौड़ में अनएकेडमी, टाटा और बायजू भी शामिल थे. अनएकेडमी ने 210 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. टाटा की बोली 180 करोड़ और बायजू की बोली 125 करोड़ रुपये की थी.
चीनी मोबाइल फोन निर्माता वीवो के हटने के बाद बीसीसीआई को नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश थी। इसमें कई बड़ी कंपनियां दौड़ में थीं। वीवो ने 2018 में 5 साल के लिए डील साइन की थी। हर साल वह बोर्ड को 440 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही थी। लेकिन इस बार देश में चीन के खिलाफ बने माहौल के चलते चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी ने हटने का फैसला किया। चीनी मोबाइल फोन निर्माता वीवो के हटने के बाद बीसीसीआई को नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश थी। इसमें कई बड़ी कंपनियां दौड़ में थीं। वीवो ने 2018 में 5 साल के लिए डील साइन की थी। हर साल वह बोर्ड को 440 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही थी। लेकिन इस बार देश में चीन के खिलाफ बने माहौल के चलते चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी ने हटने का फैसला किया।