इंदौरप्रत्यंचामध्य प्रदेश

डॉक्टर द्वारा 23 दिन के बच्चे की धड़कन को काबू पाने के लिए डीसी शॉक… बच्चा स्वास्थ्य

इंदौर मध्यप्रदेश
अंकुल प्रताप सिंह वघेल

शहर में पहली बार 23 दिन के बच्चे की धड़कन को काबू करने और उसकी जान बचाने के लिए डॉक्टर ने उसे डीसी शॉक लगाया। इससे ना केवल नवजात की धड़कन काबू में आ गई बल्कि उसकी जान भी बच गई। नवजात की जान बचने से उसके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने डॉक्टर को धन्यवाद दिया।

23 दिन के बच्चे का वजन मात्र 3 किलो था और इस नवजात शिशु को पिछले 1 सप्ताह से दूध पीने में समस्या आ रही थी। बच्चा लगातार रो रहा था और सो भी नही पा रहा था। करीब 6 दिन पहले भी इसको परिजन इंदौर लेकर आए थे तब भर्ती की सलाह दी गयी थी लेकिन किसी कारणवश परिजन वापस चले गए थे। पिछले 6 दिन से बच्चा इसी तरह से परेशान हो रहा था लेकिन परिजन को समझ नही आ रहा था कि क्या करें। दिनांक 22 जनवरी को वे वापस बच्चे को इंदौर लेकर आए और लोटस हेल्थ केयर में डॉ. जफर खान के अधीन भर्ती किया।बच्चे का ईको, और ईसीजी करने पर पता चला कि उसकी धड़कन 350 से भी ज्यादा चल रही थी। अत्यधिक धड़कन की वजह से बच्चे का हृदय काम नही कर रहा था और हार्ट फेलियर की स्थिति बनी हुई थी। लगातार धड़कन का दो से ढाई गुना ज्यादा होने की वजह से लिवर और फेफड़ों मे सूजन बनी हुई थी, जिसकी वजह से बच्चे को ये सब तकलीफ हो रही थी।

pratyancha web desk

प्रत्यंचा दैनिक सांध्यकालीन समाचार पत्र हैं इसका प्रकाशन जबलपुर मध्य प्रदेश से होता हैं. समाचार पत्र 6 वर्षो से प्रकाशित हो रहा हैं , इसके कार्यकारी संपादक अमित द्विवेदी हैं .

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