
अनुभव अवस्थी सब एडिटर

राहुल गांधी के पद छोड़ने के बाद बनी थीं अध्यक्ष।
क्या राहुल गांधी के फिर जिम्मेदारी लेंगे या फिर परिवारवाद से हटकर नया चेहरा आयेगा ?

देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर सुगबुगाहट जोर पकड़ रही है , कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक कल सोमवार को होने जा रही है और सूत्रों ने बताया कि यह बैठक संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया है लेकिन सोशल मीडिया पर खबर है कि सोनिया गांधी फिर से पद छोड़ने की इच्छा जताएंगी और सदस्यों से कहेंगी कि वे खुद अपने पार्टी का नेता चुन लें । |
पिछले कुछ बीते समय से कांग्रेस पार्टी में संगठन के स्तर पर बदलाव को लेकर बड़े स्तर पर चर्चा चल रही है । पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लिए कांग्रेस दो धड़ों में बंटी दिख रही है । एक भाग पार्टी नेतृत्व सहित संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव की मांग कर रहा है तो एक गुट ने गांधी परिवार को इस पद से अलग कर देने को गलत बता रहा है ।
तो सवाल उठता है कि आगे सोनिया गांधी अगर कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे जिम्मेदारी कौन संभालेगा । इसको लेकर दो राय बनती दिख रही है । या तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य किसी एक नाम को चुनेंगे या फिर संगठन का चुनाव किया जाए ।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के कम से कम 23 वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठन में बदलाव की मांग की है। इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि पत्र के लेखकों में पूर्व मुख्यमंत्री जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व मंत्री कपिल सिब्बल और शशि थरूर के साथ-साथ मिलिंद देवड़ा और जितिन प्रसाद जैसे युवा नेता शामिल हैं। अंतरिम अध्यक्ष को लिखे लेटर में कहा गया है कि पार्टी अपना आधार खो रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए इन नेताओं ने एक ‘पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व’ की मांग की है जो न सिर्फ काम करता नजर आए, बल्कि असल में जमीन पर उतरकर काम करे भी। नेताओं ने सीडब्ल्यूसी चुनाव और पार्टी को फिर खड़ा करने के लिए योजना बनाने की मांग है।
कुछ न्यूज चैनल के हवाले से कहा जा रहा है कि सोनिया गांधी ने इस पत्र का संज्ञान लिया है और उसपर अपनी बात रखी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के नेताओं के एक समूह द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि उन सभी को एक साथ मिलकर एक नया प्रमुख खोजना चाहिए क्योंकि वह जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करना चाहती हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यसी) की सोमवार को होने वाली बैठक से पूर्व पार्टी के अंदर नेतृत्व को लेकर घमासान शुरू हो गया है।
एक तरफ कुछ सांसदों और पूर्व मंत्रियों के समूह ने सामूहिक नेतृत्व की मांग की है, वहीं एक दूसरे खेमे ने राहुल गांधी की पार्टी अध्यक्ष के रूप में वापसी की पुरजोर वकालत की है। सीडब्ल्यूसी की बैठक के हंगामेदार रहने के आसार हैं। बैठक में असंतुष्ट नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों पर चर्चा और बहस होने की संभावना है।