कमिश्नर एवं कलेक्टर ने मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन व्यवसाय की सराहना की

शहडोल। जिले के जनपद पंचायत बुढ़ार के धनपुरी निवासी जयप्रकाश काछी पिता श्याम बदन काछी जो मधुमक्खी पालन कर शहद का व्यवसाय कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। कमिश्नर शहडोल संभाग राजीव शर्मा एवं कलेक्टर वंदना वैद्य से सुरेश काछी ने भेंट कर अपने मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने राजमाता कृषि विष्व विद्यालय ग्वालियर के अनुसंधान केन्द्र जिला मुरैना से मधुमक्खी पालन के संबंध में 7 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त किया। तत्पश्चात उन्होंने जिला नेहरू युवा केन्द्र के प्रेरणा से नारी विकास समिति बकहो स्वयंसेवी संस्थाओं का गठन कर लोगो को मधुमक्खी पालन एवं शहद व्यवसाय को आजीविका बनाकर लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रयास किया और श्री काछी ने शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, डिण्डोरी सहित अन्य जिलों में वन विभाग की ओर से मास्टर प्रशिक्षक के रूप में लगभग तीन हजार लोगो को प्रशिक्षण देकर मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन को आर्थिक आधार का जरिया बनाने हेतु तैयार किया। साथ ही जयप्रकाश काछी इदिरा गॉधी जनजातीय विष्व विद्यालय पोड़की अमरकंटक में मास्टर प्रशिक्षक के रूप में कार्य कर रहे है।
भेंट के दौरान कलेक्टर एवं कमिश्नर ने उनके इस कार्य की सराहना की और प्रेरित करते हुए कहा कि इसी प्रकार अधिक से अधिक लोगांे को मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन को लाभ का व्यवसाय बनाकर अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत करना चाहिए। जयप्रकाश काछी का यह कार्य स्वरोजगार का प्रोत्साहन देने वाला एवं अनुकरणीय है।