भारत में अब कारोबारी भी पूरी तरह से चीन के उत्पादों के विरोध में उतर गया है। चीन को संदेश देने के उद्देश्य से देश के करीब आठ करोड़ खुदरा कारोबारियों का संगठन कैट ने 9 अगस्त से चीन भारत छोड़ो अभियान शुरू करने की घोषणा की है। भारत में चीनी उत्पादों को रोकने के लिए कैट ने इस मुहिम को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। इस अभियान में भारत के कारोबारी चीनी उत्पादों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों से सम्पर्क करेंगे।
कैट ने कहा कि चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय अभियान “भारतीय सामान-हमारा अभिमान” के तहत नौ अगस्त को चीन के ख़िलाफ़ एक नया चीन भारत छोड़ो अभियान शुरू किया जा रहा है । जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस दिन का एक अपना एक अलग महत्व है ।
9 अगस्त को ही भारत छोड़ो दिवस मनाया जाता है । 9 अगस्त के दिन देश की आजादी के लिए अंग्रेजों के भारत छोड़ने का आह्वान किया गया था । कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि इस दिन सभी राज्यों के लगभग 600 शहरों में सरकार व स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश का पालन करते हुए सामाजिक दूरी पालन करते हुए व्यापारी वर्ग प्रदर्शन करेंगा।
हम जानते हैं कि पिछले कुछ समय से चीन ने एक दीर्घकालीन योजना के तहत 20 साल में भारतीय बाजार पर चीनी उत्पादों के माध्यम से खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रहा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए चीनी उत्पादों से देश के बाज़ार को आजाद कर आत्मनिर्भर भारतीय बाज़ार बनाना बहुत ज़रूरी है.”
इस साल भारत में रक्षाबंधन के त्योंहार को हिंदुस्तानी राखी के साथ मनाने के कैट के अभियान को देश के लोगों ने समर्थन दिया । इस बार चीनी राखी का भारतीय जनता ने खूब बहिष्कार किया गया जिससे चीन को चार हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की हानि की संभावना जताई है ।
कैट ने कहा कि देश में मनाए जाने वाले आगामी सभी त्योहार भारतीय सामान का उपयोग कर ही मनाए जाएंगे ।
कैट की दिल्ली एनसीआर यूनिट के संयोजक सुशील कुमार जैन ने कहा कि चीन भारत छोड़ो अभियान के तहत इसमें सरकार से यह भी अनुरोध किया जाएगा कि चीन की कंपनी हुवेई को 5G नेटवर्क की रेस से बाहर किया जाए ।