उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा का परचम

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— सुरेश कुमार खन्ना (@SureshKKhanna) July 3, 2021
उत्तर प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है। 75 में से 67 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। भाजपा ने सपा के 63 सीटों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। संतकबीर नगर, बलिया, आजमगढ़ और एटा में सपा ने जीत दर्ज की है। जबकि बागपत में राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी ने भाजपा प्रत्याशी को हरा दिया है।
उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में अपना परचम लहरा दिया है। भाजपा के 21 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीते थे और शनिवार को 53 पदों पर मतदान के बाद आए परिणाम में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों ने शानदार जीत दर्ज की। समाजवादी पार्टी को उनके गढ़ मैनपुरी, रामपुर, बदायूं व आजमगढ़ के साथ ही कांग्रेस के किले रायबरेली में भी भाजपा के प्रत्याशियों ने शिकसत दी है।
पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक!
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) July 3, 2021
भाजपा+ ने उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में 75 में से 67 सीटों पर विजय प्राप्त की है। इस अभूतपूर्व परिणाम के लिए मैं प्रदेश की जनता एवं भाजपा के परिश्रमी कार्यकर्ताओं का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं।#हर_पंचायत_भाजपा pic.twitter.com/qZJKqMAAVK
प्रदेश के 75 जिलों में जिन 22 जिलों में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं, उनमें 21 भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। इटावा में समाजवादी पार्टी ने अपना गढ़ बचाने में सफलता प्राप्त की है। 29 जून को नाम वापसी की अवधि गुजरते ही सभी के चुने जाने की घोषणा कर दी गई। निर्विरोध चुने गए अध्यक्षों में जहां 21 भाजपा के हैं वहीं एक मात्र इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी ही सपा के हाथ लगी है।
18 जिलों में पहले ही एक-एक नामांकन। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि पीलीभीत, शाहजहांपुर, सहारनपुर व बहराइच के एक-एक प्रत्याशी द्वारा नाम वापस लेने से इन जिलों में एक- एक प्रत्याशी हैं। इन चारों जिलों के अध्यक्ष निर्विरोध चुन लिए गए हैं। 18 जिलों में पहले ही एक-एक नामांकन हुआ था। ऐसे में नाम वापसी की समय सीमा बीतने के बाद सभी संबंधित जिलों के अध्यक्ष भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए। इनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, ललितपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ व वाराणसी जिले शामिल हैं।
*इन जिलों में न सम्पन्न हुआ चुनाव :*
मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, हापुड़, बिजनौर, रामपुर, संभल, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासगंज, मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, कानपुर नगर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, महोबा, हमीरपुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, अमेठी, बाराबंकी, सुलतानपुर, अंबेडकर नगर, अयोध्या, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र।
The Bharatiya Janata Party (BJP) has won 67 out of 75 district panchayat chairperson seats. We'will win 2022 Assembly elections also: Swatantra Dev Singh, State BJP president pic.twitter.com/FCOS1oh74L
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 3, 2021