लाकडाउन में छूट मिलते ही गर्मी से राहत के लिए पर्यटकों का पहाड़ों की ओर बढ़ता रुख चिंता का विषय।

अनुभव अवस्थी
दरअसल कोरोना के चलते घरों में रहकर ऊब चुके लोग थोड़ा सा ढील मिलते ही दुनिया को नापने निकल पड़े हैं। ये संख्या अभी और भी अधिक होने वाली है।
लाकडाउन और पाबंदियों में छूट मिलते ही पहाड़ी स्टेशनों पर उमड़े लोगों की तस्वीरों को सरकार ने भयावह करार दिया है। सरकार ने मंगलवार को आगाह किया कि कोरोना से बचाव के उपयुक्त नियमों का पालन किए बिना बाजार और बाहर घूमने वाले ये लोग महामारी के प्रबंधन में अब तक के लाभ को कम कर सकते हैं।
जहां एक ओर सरकार ने कहा कि अभी दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। हां कुछ राज्यों में इसका असर हल्का जरुर हुआ है जिस कारण से लॉकडाउन में ढील दी गई है। ऐसे में प्रमुख पर्यटन स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ डरावनी है। कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन से संक्रमण में वृद्धि होगी। इसलिए मास्क पहनने के साथ ही शारीरिक दूरी भी बनाए रखनी जरूरी है।
#IndiaFightsCorona
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) July 6, 2021
लॉकडाउन में ज़रा सी छूट क्या हुई, आप तो पहाड़ों पर चल दिए! आज होटलों में ये भीड़ कल अस्पतालों में भीड़ बढ़ा सकती है।
लापरवाही सही नहीं, महामारी अभी गई नहीं। #Unite2FightCorona #StaySafe pic.twitter.com/IniiITUK9E
सरकार ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में कोरोना महामारी की दूसरी लहर कमजोर जरूर पड़ी है, परंतु अभी भी कुछ राज्य इसकी चपेट में हैं और कई इलाकों में संक्रमण दर 10 फीसद से ज्यादा बनी हुई है। ऐसे इलाकों में दोबारा सख्त पाबंदियां लगाने की जरूरत है। पर्यटकों की संख्या में इजाफा होना संक्रमण के खतरे को कम नहीं कर सकता है। बढ़ती गर्मी के कारण लोग पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटकों का आकर्षण पहले से ही बना रहा है। परंतु यह भी सत्य है कि हम अभी भी एक संक्रमण युक्त महामारी से निपटने के लिए प्रयासरत हैं। और इस ओर ध्यान देना जरूरी होगा।