200 प्लॉटों को बेचने के नाम पर लोगों से करोडों रूपये की धोखाधडी करने वाला भूमाफिया गिरफ्तार

रमाकांत विजयवर्गीय को भोपाल पुलिस ने किया गिरफ्तार
भारत भूषण विश्वकर्मा
भोपाल । ‘पहले एक प्राइवेट लिमिटेड फर्म बनाना फिर उसके अंतर्गत लगभग 200 प्लाट बेचने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए ठगना इसके बाद अपना नाम और पहचान बदलकर ऐश करना । ये किसी फिल्म या धारावाहिक की कहानी नहीं बल्कि एक ऐसे शातिर बदमाश का जीवन है जिसने लोगों को चूना लगाकर करोड़ों की रबड़ी पर हाथ साफ कर दिया । एक गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस के हत्थे चढ़े इस अपराधी को मंगलवार की रात गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई । प्लाट के नाम पर कई लोगों का पैसा हड़पने वाले इस शातिर अपराधी का नाम रमाकांत विजयवर्गीय है, जिसके काले कारनामों की फेहरिस्त भोपाल पुलिस ने एक पत्रकार वार्ता कर उजागर की । पुलिस के अनुसार आरोपी ने “डिस्ट्रीक इन्फ्रास्ट्रक्चर” नामक एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई थी, तत्पश्चात आरोपी द्वारा सन 2005 में पंचवटी फेस 2 एवं 3 कालोनी में प्लाट बेचने के नाम पर फ़र्ज़ी तरीके से लगभग 200 लोगों से तकरीबन 20 करोड़ की धोखाधड़ी की गई । गिरफ्तार आरोपी पर कोहेफिजा थाने में ही धोखाधड़ी के 22 प्रकरण दर्ज हैं, ये शातिर बदमाश 29 ऐसे मामलों में फरार चल रहा था जिनमे न्यायालय द्वारा स्थाई वारंट जारी किए गए हैं । आरोपी के विरूद्ध न्यायालय भोपाल में विचाराधीन प्रकरण जिनमें 138 अन्य आवेदन पत्र संलग्न थे, विचारण के दौरान माननीय न्यायालय द्वारा अपराध पंजीबद्ध करने हेतु निर्देशित किया गया था, जिनमें 38 आवेदन पत्रों पर अपराध पंजीबद्ध किये जा चुके है तथा शेष 100 आवेदन पत्रों पर अपराध पंजीबद्ध किये जाने है।इसके अलावा आरोपी रमाकान्त विजयवर्गीय पर 20 हजार रूपये का ईनाम घोषित था, और उसके पास से फर्जी पहचान पत्र बरामद किये गये है।