फर्जी पुलिस अधिकारी (ASI) बनकर पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हज़ार ठगे

क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार, शातिर आरोपी पर पहले से भी दर्ज हैं प्रकरण
भारत भूषण विश्वकर्मा
प्रत्यंचा ब्युरो भोपाल
भोपाल । राजधानी में एक शातिर ठग द्वारा फर्जी पुलिस अधिकारी ( सहायक उप निरीक्षक ) बनकर पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर पचास हजार रुपए ऐंठने का सनसनीखेज मामला सामने आया है । नकली पुलिस बनकर रौब गांठने और हेराफेरी करने वाले वाले शातिर ठग सुरेंद्र धूरिया का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी सामने आ रहा है । आरोपित के विरुद्ध वर्ष 2010 में थाना तलैया में चोरी के प्रकरण था, और 2014 में थाना आरपीएफ में धारा 3ए आर.पी.(यू.पी.) एक्ट 1966 (संशोधित) में गिरफ्तार कर रेलवे न्यायालय पेश किया गया था जो प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है।

कैसे खुली फ़र्ज़ी पुलिसवाले की पोल
थाना क्राइम ब्रांच भोपाल को शिकायतकर्ता राजा रमीज अली पिता रियाज अली द्वारा लिखित शिकायती आवेदन पत्र के माध्यम से बताया कि वर्तमान मे बेरोजगार हूँ मुझे नोकरी की जरूरत थी । एक व्यक्ति से मेरा संपर्क हुआ जिसने कहा की वो मेरी पुलिस में नोकरी लगवा देगा, फरियादी के अनुसार आरोपी ने उसका नाम सुरेन्द्र धुरिया बताया और स्वयं को भोपाल में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक बताया । पीड़ित ने बताया कि उसकी और आरोपी की कुछ दिन पूर्व करोंद में मुलाकात भी हुयी थी, तब भी वह पुलिस की वर्दी मे ही मिला था जिसकी नेम प्लेट पर सुरेन्द्र लिखा था । मुलाकात में ही आरोपी ने पीड़ित को पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने के झाँसा दिया और पचास हजार रुपये की मांग की । शातिर ठग को वर्दी में देख और झांसे में आकर पीड़ित ने अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में नगद पचास हजार रुपये आरोपी सुरेंद्र धूरिया को दे दिए । रकम लेते ही ठग ने अपना रंग बदला और पीड़ित का फोन उठाना भी बंद कर दिया, फरियादी के अनुसार वो कई बार उसके घर भी गया पर सुरेंद्र घर पर नहीं मिलता था । परेशान होकर पीड़ित व्यक्ति ने जब सुरेंद्र धूरिया के बारे में जांच पड़ताल की तो कुछ और ही कहानी सामने आई, उन्होंने जिस व्यक्ति पर भरोसा किया था वो दरअसल एक फ़र्ज़ी पुलिसवाला निकला । इसके बाद पीड़ित ने अपने साथ हुई ठगी और धोखाधड़ी की शिकायत थाना क्राइम ब्रांच में की, रिपोर्ट पर थाना क्राईम ब्रांच में अपराध क्रमांक 137/20 धारा 419,420 का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया । प्रकरण में क्राईम ब्रांच की एक टीम का गठन कर मुखबिर की सूचना पर टीम को बैरसिया मार्ग की ओर भेजा गया था जहां पर बैरसिया से भोपाल की ओर आते समय बिना नम्बर की वलेनो कार को चैक किया गया । जिसमें एक व्यक्ति जो पुलिस की सहायक उप निरीक्षक की वर्दी पहने हुए था उसको रोक कर पूछताछ की गई, उस व्यक्ति की नेम प्लेट पर सुरेन्द्र कुमार नम्बर 2541 लिखा हुआ था । मामला संदिग्ध नज़र आने पर उसे अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई परंतु संदिग्ध पदस्थापना के बारे में कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया । सहायक उप निरीक्षक पद नाम के साथ बैच नंबर नहीं होता है उसने अपना नाम सुरेन्द्र धूरिया पिता सुंदरलाल धूरिया उम्र 32 साल निवासी म.न. एस एल 38 राजीव कालोनी विवेकानन्द कॉलोनी के पास करोंद भोपाल का रहना वाला बताया एवं कारगिल सिक्योरिटी में फील्ड में काम करना बताया । उसके पास दो अन्य मोटर साईकिलें एक पल्सर व एक पेशन मिली है। एक एअर गन एवं एक खिलौनानुमा रिवाल्वर पाई गई हैं । अभियुक्त को दिनांक 28.08.2020 को न्यायालय पेश किया जावेगा, आवेदक राजा रमीज अली के साथ धोखाधडी करना स्वीकार किया है । शिकायत व अन्य घटनाओं व संपर्कां के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है।