18 फरवरी आज किसान संगठन के रेल रोको अभियान का जगह जगह असर।

अनुभव अवस्थी
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ 40 किसान संगठनों के शीर्ष नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज यानी गुरुवार को 12 बजे से 4 बजे के बीच देशभर में रेल का चक्का जाम किया जा रहा है। पटना से लेकर दिल्ली और अंबाला तक में रेल रोको आंदोलन का असर दिखना शुरू हो गया है। पटना में ट्रेनें रोकी गईं हैं, वहीं दिल्ली में कई मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया है।हरियाणा में किसान संगठन गुरुवार को 12 से 4 बजे तक 4 घंटे के लिए ट्रेनों को रोकेंगे। इस दौरान लंबी दूरी की 19 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित होंगी। इनमें दिल्ली-अंबाला लाइन पर 8 ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका जाएगा। रोहतक और बहादुरगढ़ से होकर गुजरने वाली 4-4 ट्रेनें प्रभावित होंगी। हिसार, रेवाड़ी और सिरसा से गुजरने वाली यात्री गाड़ियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि 12 से 4 बजे के बीच किसी ट्रेन का टाइम शेड्यूल नहीं है। हालांकि, इन जिलों में भी किसान ट्रैक पर धरना देंगे। टोल प्लाजा धरना दे रहे किसान संगठनों ने बताया कि वे सभी स्टेशनों के पास यार्ड में ट्रैक पर प्रदर्शन करेंगे। विरोध पूरी तरह से शांतिपूर्वक होगा। असमाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए वॉलंटियर की ड्यूटी भी लगाई जा रही है।
कहां कहां हो रहा है असर ।
पंजाब: किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी ने रेल रोको आंदोलन के तहत अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन किया। फतेहगढ़ साहिब में किसान संगठनों ने रेल रोकी। कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठन रेल रोको आंदोलन कर रहे हैं।
बिहार: किसानों के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर जन अधिकार पार्टी (JAP) के कार्यकर्ताओं ने पटना में रेल रोकी।
गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन पर किसानों के ‘रेल रोको’ अभियान को लेकर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गौतमबुद्धनगर में किसान दनकौर रेलवे स्टेशन पर रेल रोकेंगे। सभी किसानों से सुबह 11 बजे दनकौर रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर रेल रोकने के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कहा गया है। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अनित कसाना ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नही लेगी तब तक देश भर में आंदोलन चलता रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन तेज करने की घोषणा के बाद गांव-गांव तक किसानों के बीच तीन नए कृषि कानूनों को लेकर महापंचायतें, खान महापंचायतें, जनसभाएं शुरू कर दी हैं। 26 जनवरी के घटनाक्रम के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की सभी महापंचायतों में भारी मांग है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान आदि महापंचायतों में राकेश टिकैत के साथ मोर्चा के वरिष्ठ नेता गुरनाम सिह चढ़ूनी, बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ. दर्शनपाल आदि 40 किसान संगठनों के नेताओं ने आम किसानों से आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर: यूनाइटेड-किसान मोर्चा के तत्वावधान में किसानों ने 4 घंटे राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ अभियान के तहत जम्मू के चन्नी हिमत इलाके में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया।
रेल मंत्रालय ने किसान के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में आरपीएफ व जीआरपी की अतिरिक्त कंपनियां तैनात करने का फैसला किया है। इसके साथ ही रेलवे जिला प्रशासन से समन्वय बनाने व कंट्रोल रूप स्थापित करने का एक्शन प्लान बना लिया है। ट्रैक पर भीड़ आई तो पहले ही नजदीकी स्टेशन पर रोक दी जाएगी ट्रेन। रेलवे अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
वहीं इस अभियान को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरुवार (18 फरवरी) को देशव्यापी ‘रेल रोको आंदोलन’ का ऐलान किया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के मुताबिक, ” रेल रोको अभियान दोपहर 12 बजे से 3-4 बजे तक रहेगा। टिकैत ने कहा है कि हम तो रेल चलाने की बात कर रहे हैं। अगर रेल रोकेंगे तो संदेश देंगे कि रेल चले। गांव के लोग अपने हिसाब से रेल रोको अभियान का संचालन कर लेंगे। रेल रोको अभियान शांतिपूर्ण तरीके से होगा। आंदोलनकारी किसान रेल यात्रियों के लिए खाना और पानी की व्यवस्था करेंगे, ताकि यात्रियों को अधिक परेशानी न हो। ये आंदोलन 12 बजे से 4 बजे तक चलेगा, आंदोलन शांतिपूर्ण होगा। रेल चल ही नहीं चल रही है।