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फेसबुक के माध्यम से हो रहा डिजिटल फ्रॉड: रवि कांत अग्रवाल

डिजिटल फ्रॉड के सम्बंध में पहले भी मेरे दो लेख प्रकाशित हो चुके हैं। इस लेख के माध्यम से सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक द्वारा शातिर लोग किस तरह से डिजिटल फ्रॉड कर रहे हैं उस बारे में जानकारी देना चाहूँगा।
फेसबुक पर डिजिटल फ्रॉड करने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं। वर्तमान में जो ऑनलाइन ठगी का तरीका सबसे ज्यादा प्रचलन में है उसमें पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं। सबसे पहले ये लोग विदेशी महिलाओं के नाम से झूठा प्रोफाइल तैयार करते हैं जिसमें किसी महिला की कुछ आकर्षक तश्वीरें भी डाल देते हैं। और इन प्रोफाइल से वो लोग ऐसे लोगों को निशाना बनाते हैं जो कि महिलाओं के प्रति विशेष आकर्षित होते हैं या ऑनलाइन महिलाओं से दोस्ती करने के शौकीन होते हैं। इस गिरोह के लोग इतने सक्रिय होते हैं कि रोजाना 100-150 लोगों को अपना निशाना बनाते हैं और फिर उन लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं, मैसेज भेजते हैं और अपने जाल में फसाते है।
गौरतलब यह है कि इन झूठी प्रोफाइल्स में जो तश्वीरें होती है वो वास्तविक होती है। और फिर इन प्रोफाइल्स के जरिये अपने टारगेट को निशाना बनाते हुए मैसेज और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने के बाद जब वो व्यक्ति रिक्वेस्ट स्वीकार कर बातचीत करने लगता है तो गिरोह की वह महिला प्यार भरी चिकनी-चुपडी बाते करने लगती है और यह सिलसिला दो-तीन दिनों तक चलता है और इसी दौरान वह महिला आपसे व्हाट्सअप, वीडियो चैट, फ़ोन कॉल के माध्यम से उस व्यक्ति को यह यकीन दिला देती है कि उस महिला ने जो प्रोफाइल में जिस देश से होना लिखा है उसी नम्बर से वह संपर्क करती है और उसी से वीडियो चैट करती है जिससे उस व्यक्ति को यकीन हो जाता है कि प्रोफाइल वाली महिला फ्रॉड नहीं है और फिर जब वह व्यक्ति उसके पूर्ण विश्वास में आ जाता है तो वह महिला अलग-अलग प्रकार के प्रलोभन देती है जैसे कि विदेश में मेरी संपत्ति है जिसे मैं बेच कर भारत आना चाहती हूँ या मुझे भारत में अपना व्यवसाय करना है और मैं वहाँ किसी पार्टनर की तलाश में हूँ या मैं तुमसे शादी करना चाहती हूं या मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं और मैंने तुमको एक गिफ्ट भी भेजा है आदि ऐसे कई झूठ बोले जाते हैं और उस व्यक्ति को अपने चंगुल में फसा लिया जाता है और फिर उस व्यक्ति से भेजे गए गिफ्ट या दस्तावेज के नाम पर कस्टम ड्यूटी आदि रकम भरने की मांग की जाती है जिसका सम्पूर्ण विवरण उस व्यक्ति को भेजा जाता है और उस कस्टम ड्यूटी को जमा कराने के लिए किसी बैंक खाते का नम्बर दिया जाता है या एयरपोर्ट आदि पर किसी कस्टम डिपार्टमेंट व्यक्ति से मिल कर नकद आदि देने का कहा जाता है जो कि उनका ही व्यक्ति होता है और पैसे देनें के बाद उस व्यक्ति को सब जगह से ब्लॉक कर दिया जाता है और वह व्यक्ति ठगा चुका होता है।

अब इन सब की सच्चाई कुछ इस प्रकार से समझें:-

  • यह सारी ठगी इसी देश में बैठ कर ही की जाती है।
  • गिरोह के पास इंटरनेशनल नम्बर से कॉलिंग की जाती है और व्यक्ति को लगता है कि कॉल विदेश से आ रहा है।
  • वीडियो चैट और मोबाइल, व्हाट्सअप पर बातचीत इसलिए कि जाती है ताकि व्यक्ति को यह यकीन दिलाया जा सकें कि वह वास्तव में सही महिला से बात कर रहा है।
  • जिस वेबसाइट या कोरियर सर्विस का लिंक आपको दिया जाता है वह फ़र्जी साइट होती है।
  • जो एकाउंट नंबर आपको दिया जाता है या जिस व्यक्ति से मिलने को कहा जाता है वो भी फ़र्जी होते हैं।
  • इस प्रकार से व्यक्ति को निशाना बना कर फेसबुक के माध्यम से डिजिटल फ्रॉड किया जाता है। ऐसे ओर भी बहुत सारे तरीके हैं जिनके माध्यम से व्यक्ति के साथ डिजिटल फ्रॉड हो सकता है। आपको आवश्यकता है सतर्कता बरते, अपनी निजी जानकारियाँ न डाले, और किसी भी प्रलोभन में न आवे और इस प्रकार की चिकनी-चोपली बातें करने वाली महिलाओं से दूरी बनाये रखें। डिजिटल फ्रॉड के संदर्भ में आगे भी आपको जानकारियाँ मोहिया करवाने के लिए प्रयासरत रहेंगें।

pratyancha web desk

प्रत्यंचा दैनिक सांध्यकालीन समाचार पत्र हैं इसका प्रकाशन जबलपुर मध्य प्रदेश से होता हैं. समाचार पत्र 6 वर्षो से प्रकाशित हो रहा हैं , इसके कार्यकारी संपादक अमित द्विवेदी हैं .

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